''अफसोस ये है कि लड़की को जन्म से ही कमजोर समझा जाता रहा है।''-प्रतिभा देवी सिंह पाटिल on October 19, 2012 नई दिल्ली +
''आत्म प्रशंसा से कहीं ज्यादा जरूरी है कि हम अपनी जिम्मेदारी को समझे।''- डॉ. अनुजा भट्ट on October 15, 2012 Bal Sahitya Sammelan डॉ.विमला भंडारी सलूंबर साहित्य +
''राजस्थानी भाषा साहित्य का इतिहास राजस्थानी में लिखा जाना चाहिए।''-प्रो. सत्यनारायण व्यास on October 14, 2012 उदयपुर +
''मातृभाषा के बिना मातृ-संस्कृति की कल्पना नही की जा सकती।''- श्याम महर्षि on October 13, 2012 उदयपुर +
सलूम्बर में हुए आयोजन की उदघाटन रिपोर्ट on October 13, 2012 Bal Sahitya Sammelan डॉ.विमला भंडारी सलूंबर साहित्य +