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'लमही' का औपन्यासिक विशेषांक

'' परिवर्तन के प्रति हम उन्मुक्त नहीं हो पा रहे हैं और खुलेपन का अभाव नई सदी की सबसे बड़ी चुनौती है।''- प्रो. पुरुषोत्तम अग्रवाल

प्रतिरोध और जनांदोलनों की दस्तावेजी फिल्मों का महोत्सव: पहला कोलकाता पीपुल्स फिल्म फेस्टिवल

नामदेव ढसाल:नहीं रहा भारतीय कविता का विद्रोही कवि

'अपनी माटी' का जनवरी-2014 अंक

Artiste Nisha Mishra

साहित्यिक पत्रिका 'परिकथा'

Writer Dr. DIGVIJAY SINGH RATHOR