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स्‍त्री होकर सवाल करती है....!"


जयपुर

फेसबुक पर मौजूद 127 नवोदित-प्रतिष्ठित 

रचनाकारों की स्‍त्री विषयक कविताओं के संकलन 

''स्‍त्री होकर सवाल करती है....!" का लोकार्पण 

रविवार, 8 जनवरी 2012 को जयपुर में आयोजित 

'कविता समय' कार्यक्रम के कविता पाठ सत्र में 

हिन्‍दी की मूर्धन्‍य साहित्‍यकार सुश्री अनामिका और 

डॉ. सविता सिंह ने किया। छायाचित्र में सुश्री 

अनामिका, संकलन की संपादक डॉ. लक्ष्‍मी शर्मा        

                                                                              और डॉ. सविता सिंह पुस्‍तक का लोकार्पण करते हुए दिखाई दे रही हैं। 

बोधि प्रकाशन का प्रतीक्षित स्‍त्री विषयक काव्‍य संग्रह तैयार होकर आ गया है। एक झलक यहां प्रस्‍तुत है। संग्रह का शीर्षक है "स्‍त्री होकर सवाल करती है....!" संपादन किया है डॉ. लक्ष्‍मी शर्मा ने, आवरण छायाचित्र श्री अभिषेक गोस्‍वामी का है। 

"स्‍त्री होकर सवाल करती है....!"/फेसबुक पर मौजूद 127 रचनाकारों की स्‍त्री विषयक कविताओं का संग्रह/संपादक डॉ लक्ष्‍मी शर्मा/पेपरबैक/संस्‍करण जनवरी 2012/पृष्‍ठ 384/मूल्‍य 100 रुपये मात्र (डाक से मंगाने पर पैकेजिंग एवं रजिस्‍टर्ड बुकपोस्‍ट के 50 रुपये अतिरिक्‍त)/बोधि प्रकाशन, एफ 77, करतारपुरा इंडस्ट्रियल एरिया, बाईस गोदाम, जयपुर 302006 राजस्‍थान। 


संपर्क दूरभाष : 099503 30101, 08290034632 (अशोक) 



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