कविता और साहित्य
प्रेमियों के लिए एक सुखद
सूचना ये है कि आज 2012 के पहले
दिन से
समकालीन छंद
फिर सक्रिय
हो गया
है। यह
वही संस्था
है जिससे
हम तीन
(यानी मैं,
युवा कवि
रविकांत और
युवा कवि
अंशुल त्रिपाठी)
इलाहाबाद में
ऊर्जा पाते
थे और
इलाहाबाद के
साहित्यिक माहौल को अपने तरीके
से उत्सुक
बनाए रखते
थे। 2012 समकालीन
छंद के
आयोजन तय
किए गए
गए हैं।
पहले की
ही तरह
इसके तीन
कार्यकर्ता होंगे। लेकिन अब इलाहाबाद
को मिलाकर
इसके तीन
केंद्र होंगे-
एक रविकांत
(दिल्ली और
नोएडा में),
दूसरे अंशुल
त्रिपाठी ( इलाहाबाद में) और तीसरा
मैं मुंबई
में।
1-प्रकाशित होगा 'समकालीन छंद' वार्षिक
2-किसी एक कवि को दिया जाएगा 'समकालीन छंद सम्मान'
3-वर्ष में होगा एक आयोजन
इससे जुड़ी अगली
सूचनाएँ शीघ्र
ही दी
जाएँगी।यह सब आप
मित्रों के
सक्रिय सहयोग
से ही
संभव होगा।
खबर का स्त्रोत बोधिसत्व
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