प्रेस विज्ञप्ति
बाबा बुल्ले शाह और आमिर खुसरो से आबाद हुआ आयोजन
स्पिक मैके विरासत का उदघाटन सूफी कलाम से
स्पिक मैके विरासत का उदघाटन सूफी कलाम से
चित्तौड़गढ़ 24 अगस्त 2016
स्पिक मैके चित्तौड़गढ़ इकाई द्वारा आयोजित विरासत के उदघाटन सत्र में चौबीस अगस्त की सुबह साढ़े बजे प्रसिद्द सूफी गायक जमील खान और साथियों ने अपनी प्रस्तुति दी।सेंथी स्थित सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में हुए इस आयोजन में जमकर सूफी गायन का आनंद लिया।जहां एक तरफ जानेमाने सूफी विद्वान आमिर खुसरो और बाबा बुल्लेशाह के कलाम गूँज उठे वहीं पंद्रहवीं शताब्दी की प्रगतिशील कवयित्री मीरा और लोकप्रिय राजस्थानी मांड केसरिया बालम को भी सूफी अंदाज़ में पेश किया गया।पूरी प्रस्तुति एक तरह से भारतीय साम्प्रदायिक सद्भाव की कथा अनुभव हुई।डेढ़ घंटे चले कार्यक्रम में श्रोताओं ने खड़ताल के साथ तालियाँ बजाकर साथ दिया।इस सूफियाना संगत में कामायचा वादक मुल्तान खान,वीणा वादक दादर खान,ढोलक वादक भुट्टा खान,सारंगी वादक कासीम खान, मोरचंग वादक एलियाज खान और खड़ताल वादक तालाव खान ने संगतकार के रूप में साथ दिया।
स्पिक मैके की चित्तौड़गढ़ इकाई अध्यक्ष अश्लेश दशोरा के अनुसार मंच संचालन छात्रा प्रियांशी दाधीच और मानशी खोईवाल ने किया वहीं आभार राजलक्ष्मी जाटोलिया ने दिया।कलाकारों का जीवन परिचय राज्य सचिव महेंद्र नंदकिशोर ने प्रस्तुत किया।दीप प्रज्ज्वलन स्पिक मैके के वरिष्ठ सलाहकार एस.के.शर्मा और सेन्ट्रल एकेडमी यूनिट कोर्डिनेटर परेश नागर ने किया।आयोजन समन्वयक शाहबाज पठान और संस्था के उपाध्यक्ष संजय कोदली ने बताया कि ये कार्यक्रम कई लोगों की याद में आयोजित कर रहे हैं जिनमें सामाजिक कार्यकर्ता और लेखिका महाश्वेता देवी,रंगकर्मी केवलम नारायण पणीकर,चित्रकार सईद हैदर रज़ा और केजी सुब्रमनियम,तबला वादक लच्छू महाराज,गायिका वीणा शहस्त्रबुद्दे शामिल हैं ।साथ ही यह वर्ष शहनाई वादक भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान और भारत रत्न गायिका एम.एस.सुब्बुलक्ष्मी का जन्मशताब्दी वर्ष है इसलिए देशभर में विरासत उनकी याद को भी समर्पित है।
विनय शर्मा
सचिव, चित्तौड़गढ़ इकाई
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