प्रेस विज्ञप्ति
शीतकालीन राष्ट्रीय अधिवेशन रुड़की में होगा
दिल्ली, 10 अक्टूबर 2015
स्पिक मैके हमारे पूरे हिन्दुस्तान और विश्वभर के कई विश्विद्यालयों में संचालित एक ऐसा छात्र सहभागी सांस्कृतिक आन्दोलन है जिसमें युवाओं को भारतीय शास्त्रीय संगीत और संस्कृति से जुड़े सजीव अनुभव उपलब्ध कराए जाते हैं। वर्षभर चलने वाली अपनी सात हजार गतिविधयों के साथ ही कई महत्वपूर्ण अधिवेशनों के ज़रिये युवा पीढ़ी में बेहतर बदलाव की दिशा में एक उम्मीद की तरह स्पिक मैके बीते सन उन्नीस सौ सतत्तर से ही चल रहा है तब से लेकर अब तक पद्मश्री डॉ. किरण सेठ ने बहुत कुशलता के साथ इसे निर्देशित किया है। आन्दोलन की सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि यह एक स्वयंसेवी आन्दोलन है जो अपने मूल स्वरुप में गैर राजनैतिक और सांस्कृतिक रुझान वाला है।
स्पिक मैके अपने विजन 2020 के अनुसार आने वाले दस सालों में देश के प्रत्येक बच्चे तक पहूंचकर उसे हमारी गौरवशाली धरोहर की अनुभूति देने का मन बना रखा है। हमारे देश में अरसे से चली आ रही परम्पराओं से बच्चों को परिचित कराने के बहुत ज़रूरी काम में लगे हुए इस आन्दोलन ने अपनी अब तक की यात्रा में एक ठीकठाक मुकाम पाया है मगर अभी बहुत आगे जाना है। इस आन्दोलन में देश के जाने पहचाने और गंभीर कलाविदों को स्कूल और कॉलेज तक ले जाकर विद्यार्थियों से मेल मुलाक़ात कराने का काम बहुत संजीदगी से किया जा रहा है।
आगामी तेरह से उन्नीस दिसंबर तक आन्दोलन का पहला विंटर कन्वेंशन आई.आई.टी.रुड़की में हो रहा है जहां सात दिन तक देश के नामी कलाकारों के बीच लगभग दो हजार बच्चे एक आश्रमनुमा जीवन जियेंगे और हमारी विभिन्न कलाओं को सुनेंगे,देखेंगे और सीखेंगे भी। चित्तौड़गढ़ से भी एक बीस सदस्यीय दल का चयन किया जाएगा।अधिवेशन में भोजन और आवास संबंधी सभी सुविधाएं स्पिक मैके द्वारा निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इसी तरह केवल स्कूली विद्यार्थियों हेतु चौबीस से तीस दिसंबर तक डीपीएस कोयम्बटूर में राष्ट्रीय स्कूल इंटेंसिव आयोजित होने जा रहा है। इसी आन्दोलन के तहत गर्मी की छुट्टियों देश के प्रसिद्द गुरुओं के साथ एक माह रहने और संगत करने का अनुभव देने वाली गुरुकुल स्कोलरशिप अनुभव योजना भी संचालित है। इन दिनों इसके आवेदन स्वीकार किए जा रहे हैं जिसमें पंद्रह से पच्चीस साल के युवा हिस्सा ले सकते हैं। स्पिक मइके ने ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का स्कूल इंटेंसिव चौदह से बीस दिसंबर के बीच पणजी में रखा है।समस्त जानकारियाँ आन्दोलान्की वेबसाईट पर उपलब्ध है।हमारा उद्देश्य यही है कि यह आन्दोलन अधिकाधिक युवाओं और संस्कृति के रसिकजनों तक पहुंचे और हम हमारी समृद्ध विरासत को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो सके।
माणिक,राष्ट्रीय सलाहकार,स्पिक मैके
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