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प्रेस विज्ञप्ति:कलाएं हमेशा सम्मान दिलाती हैं-रमा वैद्यनाथन

प्रेस विज्ञप्ति
कलाएं हमेशा सम्मान दिलाती हैं-रमा वैद्यनाथन
स्पिक मैके की विरासत श्रृंखला

चित्तौड़गढ़ 17 सितम्बर 2015

विरासत श्रृंखला के तहत चित्तौड़गढ़ आयीं विख्यात भरतनाट्यम नृत्यांगना रमा वैद्यानाथान ने बच्चों से मुखातिब होते  हुई कहा  कि भरतनाट्यम सिखना कम्यूटर प्रोग्रामिंग सिखने की तरह नहीं है जो तीन महीने वाले क्रेस कोर्स की तरह हो। ऐसे शास्त्रीय नृत्य वर्षों की साधना मांगते हैं। मैंने खुद अपनी अकादमिक पढ़ाई-लिखाई पूरी करने के बाद इसे पंद्रह बरस सिखा और समझा है। ख़याल रखना चाहिए कि जीवन में अकादमिक योग्यता भी उतनी ही ज़रूरी है। एक बात यह भी जान लें कि सभी डॉक्टर और इंजिनियर बन गए तो फिर भारतीय कला और संस्कृति का संरक्षण कौन करेगा। मेरा अनुभव है कि कलाओं से जुड़े लोगों को हमेशा विशिष्ट सम्मान मिलता है।हमें ज्ञान के साथ ही अपनी मिट्टी से भी पूरा जुडाव रखना चाहिए। वैसे भी कलाओं का सानिध्य इंसान में भावनाएं सींचता है।

स्पिक मैके द्वारा ईनाणी ग्रुप और  वंडर सीमेंट के सहयोग से गुरुवार करवाए गए दो कार्यक्रमों में रमा वैद्यनाथन ने भरतनाट्यम नृत्य पेश किया। इस मौके पर संगतकार के तौर पर गायक के.वेंकटेश्वरन, मृन्दंगम वादक अरुण कुमार, बांसुरी वादक रजत प्रसन्ना के साथ को भी सभी ने खूब सराहा।ईनाणी पब्लिक स्कूल,सेंथी में हुयी पहली प्रस्तुति के संयोजक स्पिक मैके सहसचिव शाहबाज पठान के अनुसार कलाकारों का स्वागत और अभिनन्दन निदेशक योगेश ईनाणी, प्राचार्य मंजू यादव, यू.के.राय ने किया। स्पिक मैके परम्पराओं के बारे में विजन स्कूल के प्रो. महेंद्र नंदकिशोर ने अपने अनुभव साझा किए। संचालन अध्यापिका सुनीता सिंह ने किया। रमा वैद्यनाथन ने बच्चों को नृत्य के इतिहास और इसकी प्रादेशिक विशेषताओं से अवगत करवाया। मुद्राओं का अभ्यास करवाते हुए और फिर कीर्तनं, अमृतवर्षा शीर्षक भाव प्रस्तुति और वन्दे मातरम प्रस्तुत किया। बच्चों ने भावपूर्ण माहौल में प्रेरत होने के भाव सहित कलाकारों के साथ संवाद स्थापित किया।वन्दे मातरम् ने दर्शकों को सीधे हिन्दुस्तान से जोड़ दिया


दूसरा कार्यक्रम ग्यारह बजे पाटनी पब्लिक स्कूल,निम्बाहेड़ा में चित्तौड़ कॉलेज के निदेशक विनय शर्मा के निर्देशन में संपन्न हुआ। पाटनी पब्लिक स्कूल प्राचार्य वी.आर.पुरी के अनुसार आयोजन स्थल पर वैद्यनाथन पर केन्द्रित एक प्रदर्शनी भी लगाई गयी थी जिसे देख कलाकार प्रभावित हुई।वंडर सीमेंट की तरफ से सहायक उपाध्यक्ष एच.आर. एस.के.शर्मासहायक उपाध्यक्ष अकाउंट्स नितिन जैनसहायक उपाध्यक्ष परचेज आर.एस.काबरा, सी.ऍफ़.ओ. जयदीप शाह ने गुरुओं का स्वागत और दीप-प्रज्ज्वलन किया। कार्यक्रम में उपस्थित स्पिक मैके राज्य सचिव अनिरुद्ध ने कहा कि श्रीमती रमा वैद्यानाथन ने आरम्भ में पुष्पांजलि की परम्परा दिखलाई और बाद में उन्होंने बालकृष्ण की लीलाओं में खासकर माखन चोरी के भाव को नृत्य में पेश किया। नन्हे बच्चों ने खूब आनंद लिया और नृत्य में डूब गएमुद्राओं की रसमयी भाव प्रस्तुति देख विद्यार्थी आश्चर्य चकित थे। आखिर में सबसे बड़े आकर्षण के रूप में ज्यामितीय आकृतियों पर केन्द्रित और तेज गति के साथ तिल्लाना पेश हुआ। सबसे बड़ी बात बच्चों ने प्रस्तुति के बाद देर तक प्रश्नोत्तरी का आनंद भी लिया।

आन्दोलन के राष्ट्रीय सलाहकार माणिक ने बताया कि विरासत के आगामी आयोजन के रूप में पश्चिमी बंगाल के पुरुलिया छाऊ लोक नृत्य की चार प्रस्तुतियां होंगी। विशिष्ट आकर्षण के रूप में आमंत्रित सोलह सदस्यीय लोक कलाकारों का यह दल तीस सितम्बर को सुबह नौ बजे आदित्य बिरला पब्लिक स्कूल,आदित्यपुरम,दोपहर डेढ़ बजे मेवाड़ गर्ल्स कॉलेज गांधी नगर और शाम सात बजे हिन्द जिंक स्कूल,जिंक नगर में अपना नृत्य पेश करेगा।यही दल एक अक्टूबर सुबह साढ़े आठ बजे सेन्ट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल,सेंथी में अपना चौथा कार्यक्रम प्रस्तुत करेगा।


सांवर जाट,स्पिक मैके चित्तौड़ सचिव

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