सम्पादकीय
वैचारिकी
स्वानुभूति बनाम सहानुभूति के आइने में साहित्य/अमरेन्द्र कुमार आर्य
स्वाधीनता की आस में पंचम राग अलापते प्रतिरोध के स्वर/डॉ. विमलेश शर्मा
भारतीय शिक्षा व्यवस्था के उभरते सरोकार/संदीप
स्वानुभूति बनाम सहानुभूति के आइने में साहित्य/अमरेन्द्र कुमार आर्य
स्वाधीनता की आस में पंचम राग अलापते प्रतिरोध के स्वर/डॉ. विमलेश शर्मा
भारतीय शिक्षा व्यवस्था के उभरते सरोकार/संदीप
शिक्षा-व्यवस्था और आदिवासी /सौरभ कुमार
दलित आदिवासीः एक संघर्षमय जीवन/शालिनी अस्थाना
परत दर परत
इतिहास के पृष्ठों पर अनलिखी आदिवासी आग्नेय गाथा: मगरी मानगढ़/डॉ. नवीन नन्दवाना
आत्मकथाओं में अभिव्यक्त स्त्री जीवन का साक्ष्य/मुदनर दत्ता सर्जेराव
जंगल के दावेदार:आदिवासी संघर्ष /माजिद मिया
विस्थापन का संकट आदिवासी प्रतिरोध और हिंदी उपन्यास / डा. शशि भूषण मिश्र
वास्तविकता की परतें उड़ेधती “आहत देश”/ मुजतबा मन्नान
भीष्म साहनी के कबीर/कॅंवल भारती
दलित आदिवासीः एक संघर्षमय जीवन/शालिनी अस्थाना
परत दर परत
इतिहास के पृष्ठों पर अनलिखी आदिवासी आग्नेय गाथा: मगरी मानगढ़/डॉ. नवीन नन्दवाना
आत्मकथाओं में अभिव्यक्त स्त्री जीवन का साक्ष्य/मुदनर दत्ता सर्जेराव
जंगल के दावेदार:आदिवासी संघर्ष /माजिद मिया
विस्थापन का संकट आदिवासी प्रतिरोध और हिंदी उपन्यास / डा. शशि भूषण मिश्र
वास्तविकता की परतें उड़ेधती “आहत देश”/ मुजतबा मन्नान
भीष्म साहनी के कबीर/कॅंवल भारती
साक्षात्कार
आदिवासी चिन्तक रमणिका गुप्ता जी से बृजेश यादव की बातचीत
आलोचक चौथीराम यादव जी से दिनेश पाल और दीपक कुमार की बातचीत
आदिवासी चिन्तक रमणिका गुप्ता जी से बृजेश यादव की बातचीत
आलोचक चौथीराम यादव जी से दिनेश पाल और दीपक कुमार की बातचीत
अनुवाद:पंजाबी कहानी 'चीख'/गुरमीत कडियावली(अनुवादक-सुरजीत सिंह वरवाल)
ग्राउंड रिपोर्ट
राजस्थान में गरीब दलितों पर भीषण हमले/सुशील कुमार
समीक्षा
अपने समय- समाज से संवाद करते शिवमूर्ति के उपन्यास/ धनंजय कुमार साव
आदिवासी अस्मिता और बंदूक से निकलते सवाल/डॉ. सुनील कुमार यादव
अम्बेडकरवादी चेतना का दस्तावेज : दुनिया बदलने को किया वार/सोनटक्के साईनाथ चंद्रप्रकाश
शोध
आदिवासी स्त्री-अस्मिता एवं अस्तित्व के सवाल और निर्मला पुतुल/आरले श्रीकांत लक्ष्मणराव
गिरीश कर्नाड की नाट्य कृति 'अग्नि और बरखा' में अभिव्यक्त समकालीन प्रश्न / सुनैना देवी
आदिवासी कविता:स्त्री अस्मिता/ धीरेन्द्र सिंह
संजीव के उपन्यासों में अंधविश्वास/डॉ. रमाकान्त
ग्राउंड रिपोर्ट
राजस्थान में गरीब दलितों पर भीषण हमले/सुशील कुमार
समीक्षा
अपने समय- समाज से संवाद करते शिवमूर्ति के उपन्यास/ धनंजय कुमार साव
आदिवासी अस्मिता और बंदूक से निकलते सवाल/डॉ. सुनील कुमार यादव
अम्बेडकरवादी चेतना का दस्तावेज : दुनिया बदलने को किया वार/सोनटक्के साईनाथ चंद्रप्रकाश
शोध
आदिवासी स्त्री-अस्मिता एवं अस्तित्व के सवाल और निर्मला पुतुल/आरले श्रीकांत लक्ष्मणराव
गिरीश कर्नाड की नाट्य कृति 'अग्नि और बरखा' में अभिव्यक्त समकालीन प्रश्न / सुनैना देवी
आदिवासी कविता:स्त्री अस्मिता/ धीरेन्द्र सिंह
संजीव के उपन्यासों में अंधविश्वास/डॉ. रमाकान्त
------------------------------------------------------------------------------------------
दलित-आदिवासी विशेषांक
अतिथि सम्पादक-जितेन्द्र यादव
अपनी माटी संस्थान अध्यक्ष डॉ.सत्यनारायण व्यास,संस्थापक सम्पादक -माणिक
सम्पादक -अशोक जमनानी,प्रबंध सम्पादक -डॉ. राजेंद्र कुमार सिंघवी
सह सम्पादक -कालुलाल कुलमी,सह सम्पादक -पुखराज जांगिड़
'माटी के मीत' समन्वयक-डॉ. राजेश चौधरी
सह सम्पादक -कालुलाल कुलमी,सह सम्पादक -पुखराज जांगिड़
'माटी के मीत' समन्वयक-डॉ. राजेश चौधरी
ई-मेल:info@apnimaati.com,वेबसाइट:www.apnimaati.com,मो-9001092806
फेसबुक लिंक:www.facebook.com/apnimaatiemagazine, ट्विटर पेज:https://twitter.com/ApniMaati
'अपनी माटी' को आर्थिक सहयोग देना चाहते हैं तो ज्यादा जानकारी यहाँ उपलब्ध हैं
अपनी माटी(ISSN 2322-0724 Apni Maati) वर्ष-2, अंक-19,दलित-आदिवासी विशेषांक (सित.-नव. 2015)
अपनी माटी(ISSN 2322-0724 Apni Maati) वर्ष-2, अंक-19,दलित-आदिवासी विशेषांक (सित.-नव. 2015)
Comments