प्रेस विज्ञप्ति
चित्तौड़गढ़ 28 अगस्त 2015
संगीत की ज़रूरत हमेशा रहेगी-शुभेन्द्र राव
स्पिक मैके की विरासत-2015 आयोजन श्रृंखला
स्पिक मैके की विरासत-2015 आयोजन श्रृंखला
सांस्कृतिक छात्र आन्दोलन स्पिक मैके की विरासत आयोजन श्रृंखला में शुक्रवार का दिन पंडित शुभेन्द्र राव के सितार वादन के नाम रहा।पंडित रविशंकर के योग्य शिष्यों में शामिल शुभेन्द्र राव ने अपनी प्रस्तुति अठाईस अगस्त सुबह साढ़े नौ बजे सेंथी स्थित सेन्ट्रल एकेडमी स्कूल में दी।तबले पर संगतकार के रूप में अज़रारा घराने युवा कलाकार ज़ुहेब अहमद खान ने साथ दिया।कार्यक्रम की शुरुआत में दीप प्रज्ज्वलन और कलाकारों का अभिनन्दन स्कूल प्राचार्य अश्लेश दशोरा,स्पिक मैके अध्यक्ष डॉ. खुशवंत सिंह कंग,उपाध्यक्ष डॉ.आर.के.दशोरा,सह सचिव शाहबाज खान और समन्वयक जेपी भटनागर ने किया।इस मौके पर पंडित शुभेन्द्र राव ने देर तक विद्यार्थियों से सवाल-जवाब कर संवाद स्थापित किया।सितार वादन के इस आयोजन में मंच संचालन रश्मि राठौड़,श्रृद्धा हौसेकर,रक्षिता गोठवाल और परेश नागर ने किया।
प. शुभेन्द्र ने आयोजन के दौरान बताया कि जीवन में बेहतरी के लिए अच्छे संगीत के लिए हमेशा जगह खाली रहती है। हमारी दैनिक जीवन शैली में हमें सबसे ज्यादा ध्यान की ज़रूरत होती है और शास्त्रीय संगीत इसका आसान ज़रिया है।इसे सुनने के लिए इसका ज्ञान होना कतई ज़रूरी नहीं है।बचपन से ही आगा घर में अच्छे संगीत की संगत मिले तो हमारी नयी पीढ़ी का स्वभाव ही बिलकुल जुदा होगा।इस मुश्किल समय में हमें हमारे घर से ही एक माहौलो बनाने की आवश्यकता है।ऐसे में अभिभावक का बहुत बड़ा रोल है।विद्यार्थियों को चिड़चिड़ेपन से मुक्त होने और अध्ययन में मन रमाने के लिए आखिर में बेहतर संगीत की तरफ ही जाना होगा।
बस्सी फोर्ट पेलेस के सहयोग से हुयी इस प्रस्तुति में शुरुआत योगासन के साथ आलाप से हुयी फिर जोड़-झाला के साथ राग तोड़ी पेश की गयी। सन चौंसठ में मैसूर में जन्मे शुभेन्द्र ने बहुत सी सहज भाव से बच्चों से बातचीत की और उनकी बालसुलभ जिज्ञासाओं को शांत किया।आखिर में उन्होंने मिले सुर मेरा तुम्हारा की धुन बजाकर सितार वादन समाप्त किया।सभागार कई बार तालियों से गूँज उठा। इस आयोजन में लगभग सात सौ विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
इधर हाल ही में स्पिक मैके कोर ग्रुप की बैठक में हुए निर्णय के अनुसार विरासत का आगामी आयोजन एक सितम्बर को होगा जिसमें प्रसिद्द वायलिन वादक अनुप्रिया देवताले अपनी प्रस्तुति देंगी।उनके दो आयोजन होंगे जिनमें से पहला सुबह साढ़े आठ बजे गांधी नगर स्थित विशाल अकादमी सीनियर सेकंडरी स्कूल और दूसरा सांवलिया जी मंदिर मंडल के सहयोग से साढ़े ग्यारह बजे राजकीय महाविद्यालय,मण्डपिया में होगा।
प. शुभेन्द्र ने आयोजन के दौरान बताया कि जीवन में बेहतरी के लिए अच्छे संगीत के लिए हमेशा जगह खाली रहती है। हमारी दैनिक जीवन शैली में हमें सबसे ज्यादा ध्यान की ज़रूरत होती है और शास्त्रीय संगीत इसका आसान ज़रिया है।इसे सुनने के लिए इसका ज्ञान होना कतई ज़रूरी नहीं है।बचपन से ही आगा घर में अच्छे संगीत की संगत मिले तो हमारी नयी पीढ़ी का स्वभाव ही बिलकुल जुदा होगा।इस मुश्किल समय में हमें हमारे घर से ही एक माहौलो बनाने की आवश्यकता है।ऐसे में अभिभावक का बहुत बड़ा रोल है।विद्यार्थियों को चिड़चिड़ेपन से मुक्त होने और अध्ययन में मन रमाने के लिए आखिर में बेहतर संगीत की तरफ ही जाना होगा।
बस्सी फोर्ट पेलेस के सहयोग से हुयी इस प्रस्तुति में शुरुआत योगासन के साथ आलाप से हुयी फिर जोड़-झाला के साथ राग तोड़ी पेश की गयी। सन चौंसठ में मैसूर में जन्मे शुभेन्द्र ने बहुत सी सहज भाव से बच्चों से बातचीत की और उनकी बालसुलभ जिज्ञासाओं को शांत किया।आखिर में उन्होंने मिले सुर मेरा तुम्हारा की धुन बजाकर सितार वादन समाप्त किया।सभागार कई बार तालियों से गूँज उठा। इस आयोजन में लगभग सात सौ विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया।
इधर हाल ही में स्पिक मैके कोर ग्रुप की बैठक में हुए निर्णय के अनुसार विरासत का आगामी आयोजन एक सितम्बर को होगा जिसमें प्रसिद्द वायलिन वादक अनुप्रिया देवताले अपनी प्रस्तुति देंगी।उनके दो आयोजन होंगे जिनमें से पहला सुबह साढ़े आठ बजे गांधी नगर स्थित विशाल अकादमी सीनियर सेकंडरी स्कूल और दूसरा सांवलिया जी मंदिर मंडल के सहयोग से साढ़े ग्यारह बजे राजकीय महाविद्यालय,मण्डपिया में होगा।
सांवर जाट,स्पिक मैके चित्तौड़ सचिव
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