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प्रेस विज्ञप्ति: हमारी सतरंगी विरासत का आभास होना ज़रूरी है-मधुस्मिता

प्रेस विज्ञप्ति
हमारी सतरंगी विरासत का आभास होना ज़रूरी है-मधुस्मिता
चित्तौड़गढ़ 9 अप्रैल 2015

नृत्य जीवन में लय पैदा करता है और लय होने से हम ठीक दिशा में बढ़ते हुए सफलता पा जाते हैं।मेरा बचपन ओडिशा में बीता और मुझे उड़िया संगीत ने सदैव आकर्षित किया है अपने गुरुओं के साथ और बेहतर संगत की बदौलत मैं इस शास्त्रीय नृत्य के लिए काम कर पा रही हूँ देश-विदेश में हुयी सभी प्रस्तुतियां मन में एक आशा जगाती है कि नयी पीढ़ी हमारी विरासत को लेकर अब काफी हद तक सोचने-विचारने लगी है अपनी दिनचर्या में हमें इस बात का आभास हमेशा रहना चाहिए कि हिन्दुस्तान की संस्कृति बहुत समृद्ध है और इसे प्राथमिकता के साथ हमें सम्मान देना चाहिए सरकारी प्रयासों के साथ ही हमारे समाज की बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि हम ऐसी ललित कलाओं के लिए समय निकालें

यह विचार युवा और प्रतिभावान ओडिसी नृत्यांगना मधुस्मिता मोहंती ने स्पिक मैके चित्तौड़गढ़ की उत्सव श्रृंखला के उदघाटन कार्यक्रमों में व्यक्त किए मोहंती और उनके संगतकारों ने गुरुवार सुबह नौ बजे गांधी नगर स्थित विशाल अकादमी उच्च माध्यमिक विद्यालय में अपने नृत्य और अभिनय से सभी को अभिभूत किया।मुद्राओं आदि की चर्चा करते हुए मधुस्मिता ने बच्चों को चौक,त्रिभंगी जैसी शब्दावली के अर्थ बताए उन्होंने मंगलाचरण के बहाने भगवान् गणेश और जगन्नाथ की स्तुति की उन्होंने नवरसों के आंगिक प्रदर्शन के साथ बच्चों की पसंद पर प्यासा कौआ कहानी पर अभिनय कर दिखाया जिसे सभी ने खूब सराहा इसी के साथ कृष्ण की बाल लीलाओं से जुडी प्रसिद्ध रचना मधुराष्ट्रकम पर भावपूर्ण अभिनय से सभी रोमांचित हो उठे संगत में आकाशवाणी और दूरदर्शन की बी हाई ग्रेड गायिका हरिप्रिया स्वेन के उड़िया भाषा रचनाओं ने सभी को बांधे रखा मृद्ला वादक बिजय कुमार बरीक़ और वायलिन वादक अग्निमित्र बेहेरा ने भी खूब तल्लीनता से साथ दिया प्रस्तुति की शुरुआत में स्पिक मैके राज्य कोर ग्रुप सदस्य जे.पी.भटनागर, वरिष्ठ सलाहकार मुन्ना लाल डाकोत, स्कूल निदेशक बी.डी. कुमावत, संस्था उपाध्यक्ष डॉ. आर.के.दशोरा, अध्यापिका चन्दा चौबे और प्राचार्य रामप्रताप डाड ने कलाकारों का अभिनन्दन किया 

स्पिक मैके सचिव सांवर जाट के अनुसार इससे पहले बुधवार शाम छ बजे सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में उदघाटन प्रस्तुति हुई जिसमें साढ़े चार सौ दर्शकों ने हिस्सा लियाउस्ताद बिस्मिल्लाह खान युवा सम्मान से नवाजी जा चुकी नृत्यांगना मधुस्मिता ने ओडिसी जैसी शास्त्रीय नृत्य विधा के इतिहास पर बात करते हुए उन्होंने विद्यार्थियों से लंबा संवाद किया। बाद के सत्र में उन्होंने विभिन्न भंगिमाओं को एक साथ समेटते हुए राग हंसध्वनि में निबंद्ध पल्लवी प्रस्तुत की।उन्होंने जीवन में एक संजीदा गुरु की ज़रूरत पर जोर दिया और अपने गुरुओं अरुणा मोहंती, गंगाधर प्रधान जी को याद किया।प्रस्तुति की शुरुआत में कार्टूनिस्ट आर.के.लक्ष्मण पर केन्द्रित एक कोलाज का लोकार्पण भी किया गया

इस मौके पर सैनिक स्कूल प्राचार्य, रजिस्ट्रार मेजर संजय चौधरी, लेफ्टिनेंट कर्नल अजय ढील, स्पिक मैके अध्यक्ष डॉ. खुशवंत सिंह कंग, आन्दोलन उपाध्यक्ष नटवर त्रिपाठी  ने कलाकारों का स्वागत और दीप प्रज्ज्वलन किया।शहर के कई नामी लोग आयोजन में शामिल हुए जिनमें बस्सी फोर्ट पेलेस के निदेशक कर्नल रणधीर सिंह, भारतीय मानवाधिकार एसोसिएशन अध्यक्ष जी.एन.एस.चौहान, चितौड़ कॉलेज निदेशक विनय शर्मा, विजन कॉलेज निदेशक डॉ. साधना मंडलोई, युवा समीक्षक डॉ. कनक जैन, संस्कार भारती के अध्यक्ष नंदकिशोर निर्झर,अज़ीम प्रेमजी फाउन्डेशन के विनय कुमार और प्रीति उपस्थित थे। कार्यक्रम के बाद स्पिक मैके का सदस्यता अभियान भी शुरू किया गया। कलाकारों का जीवन परिचय केडेट राहुल सिंह ने पढ़ा और मंच संचालन राज्य सचिव अनिरुद्ध ने कियाउत्सव के दोनों ही कार्यक्रमों के सूत्रधार जिन्नी जोर्ज, राज्य सह सचिव संयम पूरी, कोषाध्यक्ष भगवती लाल सालवी, चित्तौड़गढ़ आर्ट सोसायटी संयोजक मुकेश शर्मा, ज्ञानेश्वर सिंह थे।उत्सव की आगामी प्रस्तुति चौदह अप्रैल की शाम छ बजे सैनिक स्कूल में होगी जहां प्रसिद्द शास्त्रीय गायक पंडित कुमार गन्धर्व की बेटी कलापिनी कोमकली का गायन होगा


सांवर जाट,सचिव,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़

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