प्रेस विज्ञप्ति
चित्तौड़गढ़ 27 अप्रैल 2015
संगीत जीवन को आनंदमयी बनाता है-कलामंडलम अमलजीत
हमारे विद्यार्थी पढ़ाई के दौरान यह बात ज़रूर से जान लें कि यह शास्त्रीय नृत्य हमारे जीवन में आनंद घोलने का काम करते हैं। संगीत के करीब रहने से मन हल्का अनुभव करता है और काम में ले के साथ स्फूर्ती बनी रहती है।संगीत सुनने और देखने में चयन को लेकर हमें सावचेत रहना चाहिए।अभिभावक एक सोच के साथ अगर आज की युवा पीढ़ी को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में हमारी भारतीय संस्कृति के उजले पक्षों का परिचय दे तो हम अपनी जड़ों की क़ीमत पहचान सकेंगे।किसी भी शास्त्रीय विधा को देखने-सुनने से पहले ही उसके प्रति एक ग़लत धारणा बना लेना बिलकुल ठीक रास्ता नहीं है।विज्ञान से सहमत होते हुए सृजित ये संगीत विधाएं हमारे भीतर की संवेदनाओं को ठीक से प्रेरित करती है इसलिए हमें इनका महत्व को कम करके नहीं आंकना चाहिए।
यह विचार हिन्दुस्तान के युवा कथकली नर्तक और प्रशिक्षक कलामंडलम अमलजीत ने निम्बाहेड़ा के नवकार नगर स्थित मेपल्स एज्युकेशन स्कूल में स्पिक मैके आयोजन के दौरान व्यक्त किए। रविवार शाम साढ़े छ बजे हुए इस शास्त्रीय आयोजन की शुरूआत अमलजीत ने विभिन्न मुद्राओं और छोटे-छोटे वाक्यों पर अभिनय प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।नृत्य के इतिहास पर व्याख्याता प्रमोद परंजकर ने विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम में उत्साद बिस्मिल्लाह खां युवा सम्मान से नवाजे जा चुके अलमजीत ने जब नवरस की प्रस्तुति दी तो सभी आश्चर्यचकित हो उठे।विद्यार्थियों और अभिभावकों से संवाद भी स्थापित हुआ जो प्रस्तुति का एक सफल पक्ष साबित हुआ। अमूमन उदास और एकरंगी कहे जाने वाले इस शास्त्रीय नृत्य आयोजन को सभी ने सराहा। इसी मौके पर महाभारत के मुख्य पात्र भीम और वानरराज की भेंट पर एक दृश्य भी दिखाया गया।पूरी प्रस्तुति में मद्द्लम वादक विष्णु और चेंडा वादक कलामंडलम श्रीकुमार ने अपनी दक्षिण भारतीय धुनों से सभी को आनंदित कर। सहायक नर्तक कलामंडलम प्रजित ने कथकली की पूरी वेशभूषा में किए अपने अभिनय से सभी को रोमांचित कर दिया। दर्शकों के पूछे जाने पर कलाकारों ने मेकअप कला के बारे में भी विस्तार से बताया।
आखिर में विशाल अकादमी स्कूल प्रबंधन चित्तौड़गढ़ के निदेशक एच.पी.कुमावत, बी.डी.कुमावत, मेपल्स एज्युकेशन के निदेशक मनीष कुमावत, प्राचार्य टीना शर्मा, प्रबंधक अर्पित शर्मा ने कलाकारों का स्वागत किया।कार्यक्रम का संचालन अध्यापिका नेहा काष्ठ ने किया। आन्दोलन और कलाकारों का परिचय स्पिक मैके के राज्य समन्वयक माणिक ने दिया।इस तरह स्पिक मैके उत्सव का यह अंतिम आयोजन सम्पन्न हुआ।
सांवर जाट,सचिव,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
यह विचार हिन्दुस्तान के युवा कथकली नर्तक और प्रशिक्षक कलामंडलम अमलजीत ने निम्बाहेड़ा के नवकार नगर स्थित मेपल्स एज्युकेशन स्कूल में स्पिक मैके आयोजन के दौरान व्यक्त किए। रविवार शाम साढ़े छ बजे हुए इस शास्त्रीय आयोजन की शुरूआत अमलजीत ने विभिन्न मुद्राओं और छोटे-छोटे वाक्यों पर अभिनय प्रस्तुत कर दर्शकों का दिल जीत लिया।नृत्य के इतिहास पर व्याख्याता प्रमोद परंजकर ने विस्तार से जानकारी दी।कार्यक्रम में उत्साद बिस्मिल्लाह खां युवा सम्मान से नवाजे जा चुके अलमजीत ने जब नवरस की प्रस्तुति दी तो सभी आश्चर्यचकित हो उठे।विद्यार्थियों और अभिभावकों से संवाद भी स्थापित हुआ जो प्रस्तुति का एक सफल पक्ष साबित हुआ। अमूमन उदास और एकरंगी कहे जाने वाले इस शास्त्रीय नृत्य आयोजन को सभी ने सराहा। इसी मौके पर महाभारत के मुख्य पात्र भीम और वानरराज की भेंट पर एक दृश्य भी दिखाया गया।पूरी प्रस्तुति में मद्द्लम वादक विष्णु और चेंडा वादक कलामंडलम श्रीकुमार ने अपनी दक्षिण भारतीय धुनों से सभी को आनंदित कर। सहायक नर्तक कलामंडलम प्रजित ने कथकली की पूरी वेशभूषा में किए अपने अभिनय से सभी को रोमांचित कर दिया। दर्शकों के पूछे जाने पर कलाकारों ने मेकअप कला के बारे में भी विस्तार से बताया।
आखिर में विशाल अकादमी स्कूल प्रबंधन चित्तौड़गढ़ के निदेशक एच.पी.कुमावत, बी.डी.कुमावत, मेपल्स एज्युकेशन के निदेशक मनीष कुमावत, प्राचार्य टीना शर्मा, प्रबंधक अर्पित शर्मा ने कलाकारों का स्वागत किया।कार्यक्रम का संचालन अध्यापिका नेहा काष्ठ ने किया। आन्दोलन और कलाकारों का परिचय स्पिक मैके के राज्य समन्वयक माणिक ने दिया।इस तरह स्पिक मैके उत्सव का यह अंतिम आयोजन सम्पन्न हुआ।
सांवर जाट,सचिव,स्पिक मैके चित्तौड़गढ़
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