साहित्य और संस्कृति की मासिक ई-पत्रिका 'अपनी माटी' (ISSN 2322-0724 Apni Maati ) मार्च-2014
सम्पादकीय
विकृतियों को तोड़ता है विक्रम का कविता-संग्रह /डॉ. उदयवीर सिंह(दिल्ली)
मृत्युंजय प्रभाकर की समकालीन रंगकर्म का आईना /धर्मेन्द्र प्रताप सिंह(दिल्ली)
कविता
अनुपमा तिवाड़ी(जयपुर)
मन्नू भण्डारी के कथा साहित्य में मृत्युबोध / वाजिद रसीद खाँ (अलीगढ़)
मोहन राकेश की 'मलबे का मालिक':पुनर्पाठ /रीता दुबे(दिल्ली)
टिप्पणी
शब्दों का बावरा अहेरी 'अज्ञेय' /डॉ. विमलेश शर्मा(अजमेर)
फ़ोनोग्राफ़:-आवाज़ की दुनिया का क्रांतिकारी आविष्कार/पूनम खरे(भोपाल)
झरोखा
दुष्यत कुमार
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परिचर्चा
'इक्कीसवीं सदी में कविता की दिशा'
(वरिष्ठ कवि विजेंद्र, युवा कवि अशोक कुमार पाण्डेय, कवयित्री सुमन केशरी, कवि नील कमल, युवा लेखक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंघवी)
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दुष्यत कुमार
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परिचर्चा
'इक्कीसवीं सदी में कविता की दिशा'
(वरिष्ठ कवि विजेंद्र, युवा कवि अशोक कुमार पाण्डेय, कवयित्री सुमन केशरी, कवि नील कमल, युवा लेखक डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंघवी)
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बातचीत
लोहिया के सन्दर्भ में नंदकिशोर आचार्य से भंवरसिंह शक्तावत की भेंट
कहानी
गुस्ताख़ दिल / डॉ. सुमन सिंह(बनारस)
ग़ज़ल
डॉ. मोहसिन खान (अलीबाग,महाराष्ट्र)
संजय जोठे(मुंबई)
डायरी
गिलहरी के बच्चे / संजीव बख्शी(रायपुर)
कहीं नहीं छपने लायक सामग्री/माणिक(चित्तौड़गढ़)
कृति चर्चा
गोदान:उत्तर-औपनिवेशिक विमर्श /डॉ.राजेन्द्र कुमार साव
गुस्ताख़ दिल / डॉ. सुमन सिंह(बनारस)
ग़ज़ल
डॉ. मोहसिन खान (अलीबाग,महाराष्ट्र)
संजय जोठे(मुंबई)
गिलहरी के बच्चे / संजीव बख्शी(रायपुर)
कहीं नहीं छपने लायक सामग्री/माणिक(चित्तौड़गढ़)
कृति चर्चा
गोदान:उत्तर-औपनिवेशिक विमर्श /डॉ.राजेन्द्र कुमार साव
समीक्षा
हेमंत शेष के कथा संग्रह ‘रात का पहाड़’ में हैं झकझोरने वाली कहानियाँ / भावना मिश्राविकृतियों को तोड़ता है विक्रम का कविता-संग्रह /डॉ. उदयवीर सिंह(दिल्ली)
मृत्युंजय प्रभाकर की समकालीन रंगकर्म का आईना /धर्मेन्द्र प्रताप सिंह(दिल्ली)
कविता
अनुपमा तिवाड़ी(जयपुर)
शोध
डॉ. रामविलास शर्मा की काव्य-यात्रा /बिजय कुमार रबिदास(उत्तर 24 परगना)
समकालीन कविता में प्रकृति वाया आलोक धन्वा /हरि प्रताप(दिल्ली)
कहानी-कला और निराला/कविता उपाध्याय(दिल्ली)डॉ. रामविलास शर्मा की काव्य-यात्रा /बिजय कुमार रबिदास(उत्तर 24 परगना)
समकालीन कविता में प्रकृति वाया आलोक धन्वा /हरि प्रताप(दिल्ली)
मन्नू भण्डारी के कथा साहित्य में मृत्युबोध / वाजिद रसीद खाँ (अलीगढ़)
मोहन राकेश की 'मलबे का मालिक':पुनर्पाठ /रीता दुबे(दिल्ली)
टिप्पणी
शब्दों का बावरा अहेरी 'अज्ञेय' /डॉ. विमलेश शर्मा(अजमेर)
फ़ोनोग्राफ़:-आवाज़ की दुनिया का क्रांतिकारी आविष्कार/पूनम खरे(भोपाल)
मित्र पत्रिका
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इस अंक के रचनाकार साथियों का औपचारिक आभार भी बनता है.साथ ही मित्रो,आपकी तीक्ष्ण प्रतिक्रियाओं और सार्थक सुझावों का हमें इंतज़ार रहेगा.जो मित्र आगामी अंकों हेतु अपनी अप्रकाशित रचनाएं हमें भेजना चाहते हैं वे ई-मेल info@apnimaati.com पर सम्पर्क साध सकते हैं.-सम्पादक
इस अंक के रचनाकार साथियों का औपचारिक आभार भी बनता है.साथ ही मित्रो,आपकी तीक्ष्ण प्रतिक्रियाओं और सार्थक सुझावों का हमें इंतज़ार रहेगा.जो मित्र आगामी अंकों हेतु अपनी अप्रकाशित रचनाएं हमें भेजना चाहते हैं वे ई-मेल info@apnimaati.com पर सम्पर्क साध सकते हैं.-सम्पादक
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