"लोकतरंग" में गूंजेगा परंपरा का संगीत
"लोकतरंग" ।
मध्यप्रदेश की आंचलिक परंपरा से जुड़े गीत-संगीत पर आधारित आईसेक्ट टेलेंट हंट "लोकतरंग" का बहुरंगी आयोजन 16 और 17 दिसम्बर को राजधानी में आयोजित किया जा रहा है. वनमाली सृजन पीठ के सहयोग से आयोजित इस अनूठे लोक समागम में बुंदेलखंड, निमाड़,मालवा और बघेलखंड के करीब तीन सौ चयनित कलाकार अपनी सदियों पुरानी विरासत का संगीत प्रस्तुत करेंगे।श्रेष्ठ प्रस्तुतियों के लिए गायक मंडलियों को प्रथम,द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के बतौर क्रमशः 31 हज़ार,21 हज़ार और 11 हज़ार रुपये तथा आईसेक्ट टेलेंट ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा। पहले दिन की प्रस्तुतियां सुबह 11 बजे से वृंदावन गार्डन के मुक्ताकाश में होंगी जबकि दूसरे दिन पुरस्कृत कला दल शाम 6 बजे मानव संग्रहालय के वीथि संकुल सभागार में शिरकत करेंगे।
सामाजिक उद्यमिता के अग्रणी संस्थान आईसेक्ट ने सांस्कृतिक सरोकारों की पैरवी करते हुए इस बार मध्य प्रदेश की जनपदीय श्रुति परंपरा से जुडी गायकी को प्रोत्साहित और सम्मानित करने का व्यापक अभियान शुरू किया।विभिन्न अंचलों में "लोकतरंग" के नाम से संयोजित इस श्रृंखलाबद्ध गतिविधि में हज़ारों महिला-पुरुष गायकों ने अपनी उत्साही भागीदारी दर्ज़ की. विशेषज्ञों द्वारा चयनित कला मंडलियां अंतिम चरण में शिरकत करने भोपाल आमंत्रित की जा रही हैं. आईसेक्ट के संस्थापक महानिदेशक और लेखक- संस्कृतिकर्मी संतोष चौबे द्वारा परिकल्पित इस समारोह का समन्वय आईसेक्ट स्टूडियो के प्रभारी प्रशांत सोनी और संतोष कौशिक कर रहे हैं.जबकि कला समीक्षक और वनमाली सृजन पीठ के समन्वयक विनय उपाध्याय प्रस्तुतियों का संयोजन करेंगे। पुरस्कृत मंडलियों के गायन की ऑडियों सीडी आईसेक्ट स्टूडियो द्वारा जारी की जायेगी ।
-आईसेक्ट तथा वनमाली सृजन पीठ द्वारा जारी
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