केंद्रीय हिन्दी संस्थान ने सोमवार को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी के प्रचार, प्रसार और विकास में योगदान के लिए वर्ष 2010 और 2011 के लिए सात श्रेणियों में 28 हिन्दी सेवियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की।यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार, हिन्दी पत्रकारिता के लिए दिए जाने वाले गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से दिलीप चौबे, रवीश कुमार, शिवनारायण और गोविंद सिंह को सम्मानित किया जायेगा।
वहीं, हिन्दी आलोचना के क्षेत्र में दिए जाने वाले सुब्रहमण्यम भारती पुरस्कार से प्रो़ सुधीश पचौरी, प्रो़ नित्यानंद तिवारी, दिलीप सिंह और श्याम सुंदर दुबे को सम्मानित किया जायेगा। हिन्दी में खोज और अनुसंधान के लिए दिए जाने वाले महापंडित राहुल सांस्कृत्यायन पुरस्कार से प्रो़ असगर वजाहत, वेद राही, परमानंद पांचाल और रघुवीर चौधरी को चुना गया है।इसके अलावा, विदेशी हिंदी विद्वान वर्ग में दिए जाने वाले जार्ज ग्रियर्सन पुरस्कार से डा शमतोव आजाद (उजबेकिस्तान) और डा उ जो किम (दक्षिण कोरिया) को सम्मानित किया जायेगा और विदेशों में हिन्दी के प्रसार के लिए मोटूरि सत्यनारायण पुरस्कार से मदनलाल मधु (रूस) और तेजेंद्र शर्मा (इंग्लैंड) को सम्मानित किया जाएगा।
विज्ञप्ति के अनुसार गैर हिंदी भाषी राज्यों में हिन्दी के प्रचार के लिए दिए जाने वाले गंगाशरण सिंह पुरस्कार से आरएफ नीरलकटटी, पद्मा सचदेव, जान्हू बरूआ, एसए सूर्यनारायण वर्मा, एच बालसुब्रमण्यम, राबिन दास, टीआर भटट और एसएम कुलचंद्र शर्मा को सम्मानित किया जाएगा। वहीं, वैज्ञानिक तकनीकी साहित्य तथा उपकरण विकास के क्षेत्र में कार्य के लिए दिये जाने वाले आत्माराम पुरस्कार से अनिल कुमार चतुर्वेदी, काली शंकर, महेश डी कुलकर्णी और विजय कुमार मल्होत्र को सम्मानित किया जाएगा।
हिन्दी सेवी सम्मान योजना के तहत सात अलग अलग पुरस्कार श्रेणियों के अंतर्गत विविध क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 14 हिन्दी सेवियों को प्रति वर्ष सम्मानित किया जाता है। हिन्दी सेवी सम्मान की शुरूआत 1989 में हुई थी।इस दफा वर्ष 2010 और 2011 के लिए कुल 28 विद्वानों को सम्मानित किया गया। पुरस्कृत विद्वानों को भारत के राष्ट्रपति एक लाख रुपये नगद, शाल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करते हैं।
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