महत्मा गाँधी अंतरराष्ट्रीय
हिंदी विश्वविद्यालय,
वर्धा में
‘आखर अद्यतन’
द्वारा चार जुलाई को कुलपति विभूति नारायण
राय की
अध्यक्षता में हिंदी के वरिष्ठ कवि
उद्भ्रांत का काव्य-पाठ आयोजित
किया गया
| जिसमें उन्होंने
सीता रसोई,
स्वेटर बुनती
स्त्री, ईंट,
टाई, डालर,
किराये का
मकान, पतंग,
बहुरुपिया, किन्नर, कठपुतली, केंचुआ, तितली
में सपना,
तिवेंद्रम की शाम:एक स्मृति,
नये घर
का उपेक्षित
कोना, बीच
की यात्रा
सहित लगभग
दो दर्जन
के करीब
कविताओं का
पाठ किया
| डेढ़ घंटे
तक चले
इस कार्यक्रम
में लोगों
ने पूरी
तन्मयता के
साथ कविताओं
को सुना
और उसकी
सराहना की
| कार्यक्रम में हिंदी के प्रतिष्ठित
कवि एवं
कथाकार विनोद
कुमार शुक्ल,
वरिष्ठ पत्रकार
प्रो. रामसरण
जोशी, साहित्यकार
धूमकेतू, सृजन
विद्यापीठ के डीन एवं अध्यक्ष
प्रो. सुरेश
शर्मा, अनुवाद
विद्यापीठ के डीन एवं अध्यक्ष
प्रो. देवराज,
साहित्य विभाग
के अध्यक्ष
प्रो. के.के. सिंह,
सहायक प्रो.
अशोक नाथ
त्रिपाठी, सहायक प्रो. बीरपाल सिंह
यादव, मानवशास्त्र
विभाग के
सहायक प्रो.
वीरेंद्र यादव,
सहायक प्रो.
निशीथ राय
तथा दूरस्थ
शिक्षा विभाग
के सहायक
प्रो. अमरेन्द्र
शर्मा सहित
बड़ी संख्या
में लोग
उपस्थित रहे
| कार्यक्रम संचालन ‘आखर अद्यतन’ के
संयोजक डॉ.
रूपेश कुमार
सिंह ने
किया |
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