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गायन की एक विरासत को आगे ले जायेगी रणिता डे

प्रेस विज्ञप्ति 

गायन की एक विरासत को आगे ले जायेगी रणिता डे 

स्पिक मैके चित्तौड़ शाखा के तत्वावधान में तीन दिसंबर से ही आरम्भ हुयी  शास्त्रीय गायन कार्यशालाओं के आयोजन में देश की युवा गायिका रणिता डे ने विद्यार्थियों को आधारभूत ज्ञान दिया। रजा अली खान की शिष्या  रणिता डे ने अपने गायन कौशल का आलाप और गायकी के ज़रिये खूब परिचय दिया। सोमवार को सुबह ग्यारह बजे हुए पहले आयोजन में बालिका उमावि  सिटी स्कूल में राग,आलाप और स्वरों से बालिकाओं के प्रथम परिचय का नजारा अद्भुत था।रसिक श्रोताओं ने  रणिता डे  से गुज़री तोड़ी  के साथ ही कुछ लोकप्रिय भजन भी सुने। इस अवसर पर प्राचार्य कल्याणी दीक्षित ने आभार व्यक्त किया।

इन प्रस्तुतियों के समन्वयक जे पी भटनागर ने बताया कि दूसरा कार्यक्रम पाडनपोल स्थित पुरुषार्थी माध्यमिक विद्यालय में हुआ जहां उप्रावि  स्कूल की छात्राओं ने भी मनोयिग से हिस्सा लिया। यहाँ  रणिता डे  ने रागों के समय की जानकारी के साथ ही हमारे मन और शरीर पर रागों के प्रभाव पर खुल कर चर्चा की।गायत्री मंत्र के अभ्यास के ज़रिये उन्होंने शास्त्रीय संगीत के बारे में संवाद किया। बाद के हिस्से में जागो मोहन प्यारे और आज श्याम बांसुरी बजाये जैसे भजन सुने।यहाँ आभार प्राचार्य नंदकिशोर निर्झर और प्रधानाध्यापिका मंजू त्रिपाठी ने दिया।

मंगलवार को  रणिता डे  दिन में ग्यारह बजे उमावि बालिका स्टेशन स्कूल में और साढ़े  बारह बजे कुम्भा नगर स्थित उप्रावि  स्कूल में कार्यशाला करेगी।इन प्रस्तुतियों की तैयारियां संस्था प्रधान चन्द्रकला बोरीवाल और अशोक शर्मा के निर्देशन में जारी है।

डॉ ए एल जैन 
अध्यक्ष 

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