- साहित्यिक पत्रकारिता पर विचार-प्रसंग
- ‘प्रेरणा’ और वनमाली सृजन पीठ का साझा आयोजन
- साहित्य और मीडिया की अनेक विभूतियाँ करेंगी शिरकत
भोपाल।
समकालीन साहित्यिक पत्रकारिता के परिदृश्य पर गहन विमर्श के लिए राजधानी में विभिन्न विधाओं के प्रख्यात लेखक आलोचक तथा मीडियाकर्मियों का समागम होगा। साहित्यिक पत्रिका ‘प्रेरणा’ द्वारा वनमाली सृजनपीठ और आईसेक्ट विश्वविद्यालय के सहयोग से यह विचार-प्रसंग 29 सितंबर की सुबह 10 बजे से स्वराज संस्थान समागार में शुरू होगा। इसी दिन शाम 6.30 बजे भारत भवन में आयोजित गरिमामय समारोह में दिल्ली की साहित्यिक पत्रिका ‘कथन’ को प्रथम वनमाली साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से विभूषित किया जाएगा।
हमारे समय के प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रानिक मीडिया में साहित्यिक पत्रकारिता से जुड़े सवालों और रचनात्मक पहलुओं पर महत्वपूर्ण विमर्श करने देश के जाने-माने सृजनधर्मी और पत्रकारों की आमद भोपाल में होगी। 29 सितंबर की सुबह पहले सत्र को शंभु गुप्त (वर्धा), अर्जुन प्रताप सिंह (राजस्थान), प्रदीप पंत, प्रांजल धर, महेश भारद्वाज (दिल्ली), प्रकाशकांत, जीवन सिंह ठाकुर (देवास), राजेश गनोदवाले (रायपुर) संबोधित करेंगे। अध्यक्ष होंगे वरिष्ठ कथाकार, पत्रकार बलराम (दिल्ली)। सत्र का संचालन कवि बलराम गुमास्ता करेंगे। यह सत्र साहित्यिक पत्रकारिता और प्रिंट मीडिया पर केन्द्रित रहेगा। इसी दिन दूसरा विचार सत्र दोपहर 12.30 बजे से 2.00 बजे साहित्यिक पत्रकारिता और इलेक्ट्रानिक मीडिया पर एकाग्र होगा, जिसमें प्रतिभागी वक्ताओं के बतौर राजकुमार केसवानी, इलाशंकर गुहा, रविशंकर श्रीवास्तव (भोपाल), प्रभु जोशी (इंदौर), शशिभूषण द्विवेदी (सिलीगुड़ी), प्रमोद भार्गव (शिवपुरी) शामिल होंगे। अध्यक्षता प्रसिद्ध समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर (भोपाल) करेंगे। संचालन मीडिया-चिंतक पुष्पेन्द्र पाल सिंह (भोपाल) करेंगे।
29 सितंबर की शाम 6.30 बजे भारत भवन में आयोजित गरिमामय समारोह में नई दिल्ली की बहुचर्चित साहित्यिक पत्रिका ‘कथन’ (संपादक रमेश उपाध्याय) को वनमाली साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान से अलंकृत किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार और जनसत्ता के संपादक ओम थानवी (दिल्ली) होंगे। विशिष्ठ अतिथि ‘वर्तमान साहित्य’ की संपादक डॉ. नमिता सिंह तथा बतौर अध्यक्ष कथाकार-कवि और आईसेक्ट विश्वविद्यालय के कुलाधिपति संतोष चौबे उपस्थित रहेंगे। समारोह को दूरदर्शन भोपाल के उपमहानिदेशक तथा कथाकार शंशाक, आलोचक मुकेश वर्मा, तथा प्रेरणा के संपादक अरूण तिवारी भी संबोधित करेंगे। इस अलंकरण-प्रसंग के सूत्रधार कला-समीक्षक विनय उपाध्याय होंगे।
30 सितंबर सुबह 10 बजे दुष्यंत संग्रहालय में कथाकार बलराम की कृति ‘माफ करना यार’ पर समीक्षा गोष्ठी होगी। मुख्य वक्ता संतोष चौबे होंगे। अध्यक्षता मुकेश वर्मा करेंगे। पुस्तक पर आनंद कुमार सिंह राधेलाल बिजधावने, प्रमोद भार्गव, बलराम गुमास्ता समीक्षात्मक टिप्पणी करेंगे। संचालक उर्मिला शिरीष होंगी।
वनमाली सृजन पीठ द्वारा जारी
संपर्क: 9826392428
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