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मंझुषा पाटिल के मल्हार,कजरी और भैरवी ने मन मोहा

प्रेस विज्ञप्ति 

मंझुषा  पाटिल के मल्हार,कजरी और भैरवी ने मन मोहा 

सेन्ट्रल अकादमी स्कूल में 
पूना की जानी मानी युवा शास्त्रीय गायिका मंझुषा पाटिल ने स्पिक मैके चित्तौड़ की विरासत-2012 में  उदघाटन के मौके पर मन मोहने वाला गायन प्रस्तुत किया। सैनिक स्कूल के शंकर मेनन सभागार में बाईस अगस्त की शाम साढ़े  छ बजे हुयी प्रस्तुति में राग गौड़ मल्हार में मैं तो वारी जाऊं सैंया रे के गायन से शुरू हुआ आयोजन परवान तकगया। पांच सौ विद्यार्थियों और सौ से अधिक रसिक जन के बीच हुए गायन को सभी ने बहुत सराहा। राग सोहनी में रंग डारो  नी श्याम जी जैसी परिचित रचनाएं भी सुनाई दी। पंडित उल्हास केशालकर की शिष्या और ग्वालियर आगरा घराने को आगे बढ़ा रही मंझुषा  ने बहुत खुल कर गाया। प्रस्तुति में मौसम के अनुसार कजरी सावन की ऋतू आई री सजनिया से श्रोता रोमांचित हो उठे। पाटिल के साथ संगतकार हारमोनियम वादक श्रीराम हसबनीस और तबला वादक उत्पल दत्ता थे। अंतिम भाग में राग भैरवी में निबद्ध रचना शिव के नाम भयो नामक भजन हुआ।

विरासत के औपचारिक उदघाटन के इस अवसर पर दीप प्रज्ज्वलन स्कूल के हेड मास्टर लेफ्टिनेंट कर्नल एम्. आई. हुसैन,जिला कोषाधिकारी हरीश लड्ढा,अग्रणी जिला प्रबंधक डी .पी.बैरवा,स्पिकमैके के संभागीय समन्वयक जे.पी. भटनागर,यू .एस भगवती, वीबी व्यास ने किया।उपस्थित जन में आकाशवाणी के कार्यक्रम अधिकारी योगेश कानवा,अभियंता जे.के.पूर्बिया,कवि नन्द किशोर निर्झर मौजूद थे। प्रस्तुति का संचालन माणिक ने किया।

इधर मन्झुषा पाटिल के द्वारा ही तेइस अगस्त सुबह नौ बजे सेंथी स्थित सेन्ट्रल अकादामी स्कूल में भी प्रस्तुति दी गयी। प्राचार्य अश्रलेश दशोरा  के अनुसार पांच सौ विद्यार्थियों ने गायन सूना।यहाँ राग मेघ मल्हार के साथ ही संगत के वाध्य यंत्रों का परिचय कराया गया। बाद में लोकप्रिय भजन पायो जी मैंने राम रतन धन पायो सुनाया जिसे सबसे ज्यादा सराहा गया।प्रस्तुति में ताल,मात्र,राग आदि पर व्याख्यान भी हुआ।कार्यक्रम का संचालन छात्रा निरुपमा सोनी और रियामुरडिया ने किया। सूत्रधार सिद्धार्थ आनंद,विनीत पितलिया,जय क्षत्रीय,रूपल जैन थे। स्पिक मैके  की तरफ से यहाँ सलाहकार ओमस्वरुप सक्सेना ,कोमल जोशी,सीमा जोशी मौजूद थी। समन्वयक परेश नागर ने बताया कि  सेन्ट्रल अकादमी में चौबीस अगस्त सुबह नौ बजे पंडित तरुण भट्टाचार्य अपना संतूर वादन प्रस्तुत करेंगे।

इधर राजकीय विद्यालयों में हो रही कथक कार्यशालाओं की जानकारी देते हुए जे.पी.भटनागर ने बताया कि  तेईस अगस्त के दिन सुबह कुम्भा नगर स्थित उपावि में प्रधानाध्यापक अशोक शर्मा के निर्देशन में एक घंटे तक बच्चों ने मन सेनृत्य सीखा। समन्वयक नंदीनी सोनी के अनुसार यहाँ कृष्ण के बाल रूप से जुड़ी तमाम लीलाओं का वर्णन किया गया। दुसरे कार्यक्रम में उपावि स्टेशन बालिका स्कूल में भी अध्यापिका अरुणा मेहता के सञ्चालन में कार्यशाला संपन्न हुई।

चौबीस अगस्त को होने वाली कथक कार्यशालाओं में प्राचार्या सुशीला सुहालका के अनुसार सुबह साढ़े सात बजे उमावि स्टेशन बालिका स्कूल में पहली प्रस्तुति होगी वहीं दूसरी प्रस्तुति खोर स्थित उपावि  में होनी है।दुसरे कार्यक्रम का समन्वयक प्रधानाध्यापक नारायण सिंह को बनाया गया है।

डॉ.ए .एल. जैन

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