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समग्र भूमि सुधार विधेयक के लिए जन संवाद यत्रा


समग्र भूमि सुधार विधेयक के लिए जन संवाद यत्रा 
समग्र भूमि सूधार विधेयक के लिए सत्याग्रह 

चित्तौड़गढ़ 5 जुलाई 2012 
देश में भूमि सुधार एक अधूरा कार्य होने के कारण आज भी कई आदिवासी और अन्य गरीब परिवारों को भूमि का अधिकार और प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण नही के बराबर है। इस अधूरे कार्य को पूर्ण करवाने के लिए कई वर्षो से संघर्षरत देष के सुप्रसिद्व प्रमुख गांधीवादी विचारक एवं कार्यकर्ता श्री राजगोपाल पी.वी., सदस्य, भारत सरकार द्वारा गठित राष्ट्रीय भूमि सुधार परिषद एवं अध्यक्ष राष्ट्रीय एकता परिषद ने इस मुहिम को जन आन्दोलन से जोडने के लिए 20 सदस्यीय दल के साथ दिनांक 2 अक्टुबर 2011 को कन्याकुमारी से ग्वालियर तक भू-अधिकार के लिए राष्ट्रीय जनसंवाद यात्रा प्रारम्भ की है। जनसत्याग्रह यात्रा दिनांक 6 जुलाई 2012 को उदयपुर से चित्तौडगढ पहुंचेगी। 

जनसत्याग्रह आन्दोलन का व्यापक उददेष्य है कि राष्ट्रीय भूमि सुधार कानून के माध्यम से 

भूमि पुनर्वितरण की प्रक्रिया प्रारम्भ करना जिससे सभी भूमिहीनों और ग्रामीण तथा शहरी गरीब आवासहीनों को भूमि का अधिकार मिले। 

महिलाओं का सम्पति, भूमि और आजिविका का समान अधिकार सुनिष्चित किया जावे।
कृषि भूमि, वन भूमि तथा सामुदायिक भूमि पर्वतीय भूमि चारागाह भूमि पर ग्राम सभ का अधिकार स्थापित हो । 

जल, जंगल, जमीन पर वंचितों के अधिकार को सुनिष्चित करने वाले कानूनों का व्यवहारिक अनुपालन किया जाये और गरीब/वंचितों के विरोधी कानूनों और नीतियों को खारिज किया जाये। 

समाज के परामर्ष से भूमि सुधार नीति बनायी जाये । 

श्री राजगोपाल पी.वी. द्वारा प्रारम्भ की गई मुहिम को मजबूती प्रदान करने के लिए दिनांक 6 जुलाई, 2012 को दोपहर 12 बजे प्रेसवार्ता और सायं 4.00 बजे नगर के प्रबुद्ध नागरिकों के साथ बैठक का आयोजन प्रयास परिसर, 8, विजय कॉलोनी, चित्तौडगढ में किया जा रहा है। इस बैठक में नगर प्रबुद्ध नागरिक, जिला पेंषनर समाज, वरिष्ठ नागरिक मंच के प्रतिनिधियों सहित कई स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधी भाग लेंगे। 

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