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'अपनी माटी' वेबपत्रिका का मार्च-अप्रेल-2012 अंक


  1. आज कल के चेले सीधे कंधे पर हाथ धरते हैं
  2. नयी व्यवस्था की स्थापना के लिए अहिंसा एकमात्र अचूक रास्ता है
  3. अम्बेडकर के चिंतन की आज के समाज को कितनी ज़रूरत?
  4. डॉ. कनक जैन से माणिक की लम्बी बातचीत
  5. डॉ. गिरिराजशरण अग्रवाल की ग़ज़लों में जीवन
  6. डॉ.रत्ना वर्मा की तरफ से किताबें नि:शुल्क
  7. स्त्री विमर्श की आंधी के बीच गीताश्री
  8. प्रकाश खत्री के कुछ कवितानुमा विचार/अनुभव-2
  9. सामाजिक चेतना की युगाभिव्यक्ति है रामधारीसिंह ‘दिनकर’
  10. डॉ. यशवंत कोठारी का उपन्यास 'वसंतसेना'
  11. डॉ.पुरुषोत्तम अग्रवाल का रेखाचित्र Cum संस्मरण:गोधा जी की केन्टीन
  12. फेसबुकी विमर्श:वैचारिकता भरे या कि फिर गरिष्ठ सामग्री प्रधान ब्लॉग चलाने के मायने
  13. भाषा के मुद्दे पर संजीव निगम का कविताना हस्तक्षेप
  14. ब्लॉग्गिंग में देशी घी परोसने वाली युवा पौध
  15. नाटक की सार्थकता तभी है जब उसमें आम आदमी को अपनी अभिव्यक्ति दिखे
  16. अंगप्रदेश के सांस्कृतिक इतिहास को रेखांकित करती हुई पुस्तक ‘अमृत देश: अंगप्रदेश’
  17. लोक चेतना का राष्ट्रीय मासिक 'सबलोग'
  18. ढ़र्रे से विलग लघु पत्रिका 'संवेद'
  19. आज के कथा लेखन में स्त्री चेतना के उदात्त चित्रण की कसक देखी जा सकतीं है
  20. महावीर जन्मोत्सव के बहाने आओ अन्दर देखें
  21. डॉ.रेखा सेठी की नई किताब 'विज्ञापन डॉट कॉम'
  22. 'अपनी माटी' वेबपत्रिका का परिंडे बांधो अभियान
  23. लोकेश नशीने "नदीश" के नई ग़ज़लें
  24. प्रकाश खत्री के कुछ कवितानुमा विचार/अनुभव
  25. विश्व पुस्तक मेले का सच बयानती अनंत विजय की डायरी
  26. अनंत विजय की डायरी में जस्टिस मार्केंडेय काटजू के बयान
  27. मोहन श्रोत्रिय जी की आज के दौर की पड़ताल करती कवितायेँ
  28. आखिर क्या है दुर्गा बाबू की इस किताब में?
  29. युवा फिल्म समीक्षक मिहिर पंड्या की किताब 'शहर और सिनेमा वाया दिल्ली '
  30. युवा मीडिया विश्लेषक विनीत कुमार की पहली किताब
  31. फेसबुकी विमर्श:कथाकार के इर्द-गिर्द हुंकारी भरने वाला कोई है भी या नहीं
  32. हिन्दुस्तान प्रजातंत्र समाजवादी सभा का घोषणापत्र
  33. समाज की विकृतियों को सृजन के द्वारा मिटाना चाहती थी महादेवी वर्मा
  34. चार दशकों की साहित्यिक हलचलों का ज़रूरी दस्तावेज़ 'हमसफरनामा'
  35. '' कहानी सर्वप्रथम एक कलाकृति है उसके बाद और कुछ''-पल्लव
  36. देवेंद्र ने अपनी लाचारी और मजबूरी को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया
  37. होसलों की उड़ान:बजरंग लाल ताखर
  38. प्रकाश खत्री की एक मुस्त कवितायेँ
  39. जहां पाश रात भर लालटेन जला कर कविताएँ लिखते थे !
  40. असल में यह कविता नाच के बारे में नहीं नाच देखने के बारे में है-आशुतोष कुमार
  41. संदीप कुमार उर्फ़ माया मृग की नई कवितायेँ
  42. रायपुर के बहाने:-हर शहर को चाहिए एक अदद प्रेक्षाग्रह
  43. फेसबुकी विमर्श:छोटे-से स्टेटस में महत्वपूर्ण सवाल उठाए हैं अशोक ने
  44. जनोत्सव अभियान:छोटी शुरुआत के मायने
  45. तमाम जद्दोजहद के बीच नैतिकता-अनैतिकता
  46. समकालीन भारतीय चित्रकला:हुसैन के बहाने
  47. वह भी कोई देस है महराज : अनिल यादव
  48. इन कविताओं को पढ़ना कोयला खादानों से जुड़े अंचलों और उससे दो-चार होना है।
  49. प्रेमचंद गोश्वामी का काम नए मूल्यों की शुरुआत और उसे गति देने के संदर्भ में भी स्मरणीय
  50. सपना जिसे फलीभूत होते देखने पहले ही गुज़र गए मार्क्स
  51. फेसबुकी विमर्श:नन्द जी की ऐसी स्थापनाएं कतिपय साहित्यिकों को नागवार भी गुजरीं हैं
  52. ’’सासू भलरक जायो ये निकल गई गणगौर, मोल्यो मोड़ों आयो रे’’
  53. डा.राजेंद्र तेला 'निरंतर' की चंद रचनाएं
  54. किशोर चौधरी की कवितायेँ कचोटती है
  55. आयोजन रपट:मेरी स्मृति में रेगिस्तान
  56. संस्कृति किसी भी राष्ट्र की उत्कृष्टतम निधि होती है ।
  57. रामकिशोर पंवार ''रोंढ़ावाला ’’ की कहानी वह कौन थी..?
  58. कुछ शब्द,शब्दकोश में ही क्यों रह गए हैं?
  59. हिन्दी साहित्य में एक प्रख्यात नाम है विष्णु प्रभाकर
  60. सुशीला शिवराण की रचना
  61. साहित्य एवं कला भारतीय संस्कृति के दो अन्य महत्वपूर्ण आधारस्तम्भ हैं।
  62. हिन्दी कविता को सबसे अलग व नई ऊर्जा से संपृक्त करते निराला
  63. त्रिलोक सिंह ठकुरेला के हाइकू गीत
  64. रवि शंकर शर्मा उर्फ़ रवि :अपनी जगह खोज लेना आसान काम नहीं था
  65. राजस्थान का शेखावाटी ईलाका:होली के सन्दर्भ में
  66. मालवा में होली;तहजीब और समजदारी को तेवार
  67. '' हर सच्ची कविता असमानता और शोषण का विरोध करती है।''-डॉ.सुधा उपाध्याय
  68. महाराज शिवदान सिंह 'कारोही' के कुछ दोहे
  69. लोकेश नशीने "नदीश" के दो गीत
  70. फोटो रपट:-चित्तौड़गढ़ में संभावना की संगोष्ठी
  71. इतिहास के आईने में भूदान आन्दोलन
  72. हमारे कैसे लोहू, तुम्हारे कैसे दूध, तुम कैसे ब्राह्मन पांडे, हम कैसे सूद ।।
  73. साहित्य और संस्कृति की एक संस्था 'संभावना'
  74. 'होली का प्राचीन संदर्भ' By डॉ.यशवंत कोठारी
  75. ''प्रतिरोध का सिनेमा एक जरूरी और बड़ा अभियान''-प्रो. मैनेजर पांडेय
  76. डा. मनोज श्रीवास्तव का व्यंग्य :-डुप्लीकेट होने के फ़ायदे
  77. चित्तौड़गढ़ में मीडियाकर्मी साथी
  78. ''जैनेन्द्र का कथा-साहित्य भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का संवाहक रहा है । ''-डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी
  79. सामाजिक समस्याओं का समाधान: अनेकांतवाद
  80. चित्तौड़गढ़ में श्रोता-दर्शक-पाठक-लेखक
  81. मेरा कबीर:प्रो.पुरुषोत्तम अग्रवाल
  82. ''सेठ तो नाममात्र के हैं,अद्भुत हिम्मती जरूर हैं हिम्मत सेठ। ''-सुरेश पण्डित
  83. लोकेश नशीने "नदीश" का नव गीत

सलाहकार समूह(संरक्षक)
  1. कवि और समालोचक डॉ. सत्यनारायण व्यास,चित्तौड़गढ़
  2. हिंदी और राजस्थानी कवि नन्द भारद्वाज
  3. शिक्षाविद डॉ. ए.एल.जैन,चित्तौड़गढ़
  4. शिक्षाविद डॉ. दुर्गा प्रसाद अग्रवाल,जयपुर
  5. 'कुरजां' पत्रिका सम्पादक प्रेमचंद गांधी,जयपुर
  6. 'सृजनगाथा' वेबपत्रिका सम्पादक और कवि जयप्रकाश मानस 
सम्पादक मंडल  सदस्य 
  1. नई दिल्ली-जे.एन.यू. शोधार्थी ,लेखक पुखराज जांगिड़
  2. बिहार-लेखक और संस्कर्तिकर्मी  अरविंद श्रीवास्तव 
  3. वर्धा-शोधार्थी कालु लाल कुलमी 
  4. लखनऊ-कवि,लेखक और संस्कर्तिकर्मी  कौशल किशोर 
  5. जम्मू-वरिष्ठ कवि शैलेन्द्र चौहान 
  6. सम्पादन मंडल सदस्य साथी-संतोष अलेक्स
  7. डॉ. राजेन्द्र सिंघवी,युवा शिक्षाविद,चित्तौड़गढ़ 
    सम्पादक
    युवा उपन्यासकार और कवि अशोक जमनानी,होशंगाबाद

    राजस्थानी भाषा सम्पादक
    राजस्थानी गीतकार जयसिंह राजपुरोहित,चित्तौड़गढ़
    सम्पादकीय और व्यवस्थापकीय पता-
    ई-मेल-info@apnimaati.com
    वेबसाइट-www.apnimaati.com


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