बीकानेर
राजस्थानी भाषा, साहित्य
एवं संस्कृति
अकादमी, बीकानेर
ने वर्ष
2011-12 के लिए विभिन्न पुरस्कारों की
घोषणा कर
दी है
। गुरूवार
को अकादमी
अध्यक्ष श्याम
महर्षि ने
विभिन्न पुरस्कारों
के निर्णायकों
की संस्तुतियों
के आधार
पर अकादमी
मुख्यालय में
पुरस्कार निर्णयों
की जानकारी
दी ।
अध्यक्ष महर्षि
ने बताया
कि दिनांक
14 व 15 मार्च,
2012 को पुरस्कार
विषयक तदर्थ
उप समिति
की बैठक
के बाद
प्रत्येक पुरस्कार
के लिए
3 विद्वानों का निर्णायक मण्डल गठित
किया गया
।
महर्षि ने बताया
कि वर्श
2011-12 के लिए 31 हजार का प्रतिष्ठित
सूर्यमल्ल मीसण शिखर पुरस्कार इस
वर्ष बीकानेर
के साहित्यकार
शिवराज छंगाणी
को उनकी
पुस्तक ‘इक्कड़
बिक्कड़’ के
लिए घोषित
किया गया
है ।
पद्य विधा
का 15 हजार
रूपये का
गणे्शलाल व्यास
उस्ताद पुरस्कार
प्रवासी राजस्थानी
साहित्यकार मधुकर गौड़, मुम्बई को
उनकी पुस्तक
‘गीतां री
पांण’ के
लिए दिया
जाएगा ।
इसी प्रकार
निबंध, एकांकी,
नाटक, यात्रा
संस्मरण, व्यंग्य
व रेखाचित्र
विषय से
जुड़ा 15 हजार
रूपये का
शिवचंद भरतिया
गद्य पुरस्कार
उदयपुर के
हरमन चैहान
को उनकी
पुस्तक ‘लखणां
रा लाडा’
के लिए
दिए जाने
का निर्णय
हुआ है
।
15 हजार
रूपये के
मुरलीधर व्यास
राजस्थानी कथा साहित्यकार पुरस्कार के
लिए श्रीडूंगरगढ
के श्रीभगवान
सैनी की
पुस्तक ‘भेख’
को चयनित
किया गया
है ।
अनुवाद के
क्षेत्र में
दिए जाने
वाला 7500/- रूपये का बावजी चतुरसिंहजी
अनुवाद पुरस्कार
इस वर्ष
कोटा के
ओम नागर
को उनकी
अनुवाद पुस्तक
‘जनता बावळी
होगी’ के
लिए प्रदान
किया जाएगा
। लेखक
की प्रथम
कृति के
लिए 7500/- रूपये के सांवर दइया
पैली पोथी
पुरस्कार से
जयपुर के
कवि दुश्यंत
को उनकी
कृति ‘उठै
है रेत
राग’ के
लिए पुरस्कृत
किए जाने
की घोषणा
की गई
। इस
वर्ष का
राजस्थानी बाल साहित्यकार पुरस्कार अकोला
(चित्तोड़गढ) के राजकुमार जैन ‘राजन’
को उनकी
बाल साहित्य
की पुस्तक
‘लाडेसर बण
ज्यावां’ के
लिए दिया
जाएगा ।
श्याम महर्षि ने
बताया कि
4 व बाद
वार्षिक पुरस्कार
पुनः प्रारम्भ
हुए है
। यद्धपि
इस बार
बढी हुई
राशि के
पुरस्कार दिए
जा रहे
हैं परन्तु
पुरस्कारों की राशि अब भी
अत्यधिक कम
है और
उनका भरसक
प्रयास रहेगा
कि आने
वाले वर्ष
में सम्मान
राशि दोगुनी
करवाई जावे
।पुरस्कार निर्णायक विद्वानों
की जानकारी
देते हुए श्याम
महर्षि ने
बताया कि
पुरस्कार प्रारंभिक
जांच तदर्थ
उप समिति
में मंगल
बादल, हरदान
हर्श, बैजनाथ
पंवार व
बुलाकी शर्मा
शामिल थे
। पुरस्कारवार
निर्णायक क्रमश
डा गोविंदषंकर
षर्मा, जयपुर,
डा गोरधनसिंह
षेखावत, सीकर,
डा भंवरसिंह
सामौर, चूरू,
श्री सीताराम
महर्शि, रतनगढ,
डा. विद्यासागर
षर्मा, गंगानगर,
डाॅ. किरण
नाहटा, बीकानेर,
डा मदन
केवलिया, बीकानेर,
डाॅ. चेतन
स्वामी, श्रीडूंगरगढ,
मालचंद तिवाड़ी,
बीकानेर, डा रमेष मयंक,
चित्तौड़गढ, भवानीषंकर व्यास ‘विनोद’, बीकानेर,
डा ओमप्रकाष
सारस्वत, बीकानेर,
डा प्रकाष
अमरावत, बीकानेर,
अंबिकादत्त, कोटा, डा. षारदाकृश्ण, सीकर,
ओम पुरोहित
कागद, हनुमानगढ,
डा जेबा
रषीद, जोधपुर,
डा गजादान
चारण, डीडवाना,
डा नरपत
सोढा, झुंझुनूं,
डा नीरज
दइया, सूरतगढ
और ष्याम
जांगीड़, चिड़ावा
रहे हैं
।
Comments