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''जाति, धर्म व लिंग के आधार पर भेदभाव सभ्य समाज की पहचान नही है''-डॉ.डी.के.जैन


राजकीय महाविद्यालय,बूंदी में 21 फरवरी 2012 को समान अवसर केन्द्र की ओर से लघु प्रशिक्षण कार्यक्रम के ‘प्रमाण-पत्र वितरण एवं समापन समारोह’ आयोजित किया गया, जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ.डी.के.जैन ने कहा कि केन्द्र द्वारा चलाया गया यह कार्यक्रम सफल रहा है तथा दिया गया प्रशिक्षण विद्यार्थियों के जीवन में उपयोगी सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि लघु प्रशिक्षण कार्यक्रम की थीम ‘सकारात्मक विविधता’ देश और समाज के विकास की सूचक है, जाति, धर्म व लिंग के आधार पर भेदभाव सभ्य समाज की पहचान नही है, प्रत्येक व्यक्ति को समानता, स्वतंत्रता और गरीमापूर्ण जीवन जीने  तथा अपना विकास करने का अधिकार प्राप्त है।

कार्यक्रम के प्रारंभ में केन्द्र के सलाहकार डॉ.सियाराम मीणा ने लघु प्रशिक्षण कार्यक्रम की गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि केन्द्र द्वारा सकारात्मक विविधता के पहलुओं को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को, सामाजिक समानता, सामाजिक न्याय, व्यक्तित्व विकास, अवसर की समानता, शिक्षा का अधिकार, ‘‘रिज्युमे बनाना की कला, ‘साक्षात्कार कौशल, कम्यूनिकेशन कौशल तथा तनाव प्रबंधन, ‘‘सामान्य ज्ञान का महत्व, समस्या और समाधान’’ ‘‘ग्रामीण विकास की कल्याणकारी योजना’’ ‘‘कैसे करें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी’’, ‘मानवाधिकार, सामाजिक न्याय की अवधारणा’ ‘कम्युटर बेसिक एवं पावर प्वाइंट प्रजेन्टशन विधि’’, ‘समुह चर्चा’’ ‘भाषण प्रतियोगिता’, जीवन कौशल, भाषा कौशल, केरियर गाइडेंस, अंग्रेजी सीखने की कला, रोजगार परक जानकारी, विधिक जानकारी, सकारात्मक विविधता, व्यक्तित्व विकास में ध्यान व प्राणायाम का महत्व, एस.सी., एस.टी. तथा महिलों के कानूनी अधिकार आदि विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। 

प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहभागी विद्यार्थियों-विकास पांचाल,मुकेश कुमार नागर, रीना कुमारी मेहरा,मनीष मीणा,कृष्ण देव गौचर द्वारा प्रशिक्षण से प्राप्त लाभ से प्राचार्य को अवगत कराया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुकेश कुमार नागर द्वितीय स्थान विकास पांचाल तथा संयुक्त रूप से मनीष मीणा व चन्द्रमोहन शर्मा तृतीय स्थान प्राप्त करने छात्रों को प्राचार्य, केन्द्र के सदस्य डॉ.सीमा सांखला व डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मीणा ने लघु प्रशिक्षण के संभागी विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये। डॉ.दिलीप राठौड़ ने किया।





डॉ. ललित भारतीय
वर्तमान में बूंदी,राजस्थान राजकीय कोलेज में भूगोल के असोसिएट प्रोफ़ेसर हैं.पर्यटन जैसे कार्य हेतु रिसर्च गाईड की भूमिका भी निभाते हैं.साथ ही देशभर के सांस्कृतिक आयोजनों में प्रमुख भूमिका निभाते रहे हैं.एक चित्रकार के रूप में भी जाने जाते हैं.स्पिक मैके के जैसे छात्र आन्दोलन की बूंदी इकाई के वरिष्ठ कार्यकर्ता हैं.


lalitbhartiya@gmail.com



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