- ''रामकथा के नारी-पात्र वर्तमान में सर्वाधिक प्रासंगिक हैं''-डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी
- छायाचित्र:-विश्व पुस्तक मेला-2012,नई दिल्ली
- नागेन्द्र शर्मा का लघु आलेख 'विलुप्त होती नैतिकता'
- आशा पांडे ओझा की तीन हालिया कवितायेँ
- 'प्रेम की पीर और विरह वेदना की अमर गायिका मीरा'-डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी
- कवि नचिकेता सम्मानित हुए
- प्रमोद वर्मा काव्य सम्मान घोषित
- साहित्य की चौपाल का गठन
- ''आप लोगों का काम लिखना है। आप निश्चिंत होकर लिखते रहें''- डॉ. नामवर सिंह
- डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी का आलेख:-'अज्ञेय की प्रयोगधर्मिता'
- प्रतिरोध,परिवर्तन और प्रगति का त्रैमासिक 'मगहर' का प्रवेशांक बाज़ार में
- 'युवानीति' द्वारा सांस्कृतिक जनोत्सव अभियान की शुरुआत
- डॉ. सत्यनारायण व्यास की लम्बी कविता-'कथा हमारे उस घर की'
- अनंत विजय की डायरी:वर्धा जाने की मायने
- अशोक वाजपयी के इकत्तर का होने पर अनंत विजय की कलम
- फिर से एक आन्दोलन:लोकशक्ति अभियान
- हेमंत शेष की लघु कथा :याददाश्त
- महाशिवरात्रि :-भारत पर्व एवं उत्सवों का देश है।
- ''‘बच्चे की हथेली पर’ उपन्यास संवेदना और शिल्प की दृष्टि से बेजोड है।''-डॉ.एल.एल.योगी
- ''अपना अलग रास्ता बनाना सार्थक रचनाशीलता की पहचान है.''-काशीनाथ सिंह
- डा. मनोज श्रीवास्तव का आलेख :क्या हिन्दी संपर्क भाषा नहीं हो सकती है?
- प्रतीक श्री अनुराग की कविता 'यह कैसा अनुवर्तन'
- ‘‘तेजी से नष्ट हो रहा है मरुभूमि का कल्पवृक्ष : खेजड़ी ‘‘
- “परंपरागत आलोचना प्रवासी साहित्य के साथ पूरा न्याय नहीं कर सकती.''तेजेन्द्र शर्मा
- जानकारीपूर्ण आलेख:-रामकृष्ण परमहंस
- डॉ. रेणु व्यास का आलेख:-मौन ही श्रेष्ठ है
- ''लेखिकाओं के लिए घर और दफ़्तर के बाद लेखन ‘तीसरा मोर्चा’ है''-डॉ.रेणु व्यास
- हेमंत शेष की लघु कथा :झाड़ू
- रपट:-'लेखक ही अगुवा बनकर समाज को रौशनी दिखायेगा!'
- डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी का आलेख:-'शिव का मंगलकारी स्वरूप'
- ''साहित्य का संबंध संवेदना से है और संवेदना व्यवस्था के प्रतिपक्ष का निर्माण करती है। ''-पल्लव
- आयोजन रपट:अतीत में वामपंथ की शानदार परम्परा रही है।
- आलेख:मेहंदी हसन होने के मायने
- साहित्य अकादेमी का पहला युवा पुरस्कार दुलाराम सहारण को
- वेलेन्टाईन डे के बहाने विमर्श:-औरतें चूल्हे से लेकर चिताओं तक में सुलगती रहीं।
- रिपोर्ताज:-मैहर में कुछ घंटे
- एक रपट :यह वर्ष भारत-जापान मैत्री का हीरक जयन्ती वर्ष है
- हेमंत शेष की लघु कथा :'घंटी '
- हेमंत शेष की लघु कथा :'पहाड़'
- हेमंत शेष की लघु कथा :'चौथी तस्वीर'
- पुस्तक समीक्षा :मन से कवि,पेशे से पत्रकार,परंपरा से ज्योतिषी अरुण सिंह क्रांति
- बाल फिल्मोत्सव,मुंगेर:-ज्ञानप्रद फिल्मों का अभाव है।
- चिंतनपरक आलेख:क्या आप पं. सोहन लाल द्विवेदी से परिचित है?
- साहित्यिक और सामयिक लेखन को प्रेरित करती पत्रिका 'प्रेरणा'
- दिलीप भाटिया के पत्र में सामाजिक मुद्दे
- डॉ.राजेन्द्र कुमार सिंघवी का आलेख:-'कन्हैया लाल सेठिया रचित काव्य में दार्शनिक चिंतन'
- ''आधुनिक कविता आम आदमी के आसपास विचरने वाली यथार्थवादी और प्रतीकात्मक कविता है। ''-डॉ॰ टी महादेव राव
- मनोहरलाल हर्ष की कविताओं में गहराई और सौम्यता है
- झीलों में ईको जोन का निर्धारण किया जाना जरूरी है।
- जनआन्दोलन से ही व्यवस्था परिवर्तन एवं प्रतिरोध की क्षमता उत्पन्न होगी- मदन मदिर
- वर्तमान व्यवस्था वंचितों को न्याय दिलाने में अक्षम: अजुन दैथा
- हाशिये के लोग ही है संस्कृति के पहरू: डा.रत्नाकर पाण्डे
- ‘डायलॉग’ मंच का पहला ही डायलोग छा गया
- स्मृति शेष :अजीब मस्तमौला और बिंदास आदमी था अभय वाजपेयी उर्फ़ त्रिशंकु
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