हैदराबाद, 8 जुलाई 2013.
यहाँ दक्षिण भारत
हिंदी प्रचार
सभा के
सम्मलेन कक्ष
में 'साहित्य
मंथन' के
तत्वावधान में आयोजित समारोह में
डॉ. गुर्रमकोंडा
नीरजा का
सारस्वत सम्मान
किया गया.
उल्लेखनीय है कि डॉ.जी.नीरजा को
गत दिनों
'आंध्र प्रदेश
हिंदी अकादमी'
ने 'तेलुगुभाषी
युवा हिंदी
लेखक पुरस्कार
- 2012' प्रदान किया था. यह आयोजन
इसी उपलक्ष्य
में किया
गया. डॉ.जी.नीरजा
उच्च शिक्षा
और शोध
संस्थान में
प्राध्यापक हैं तथा ‘स्रवन्ति’ और
‘भास्वर भारत’
जैसी दो
मासिक पत्रिकाओं
की सह
संपादक भी
है. हिंदी
ब्लॉगर के
रूप में
पह्छं अर्जित
की है.
इस अवसर पर
अध्यक्षासन से 'भास्वर भारत' के
संपादक डॉ.
राधेश्याम शुक्ल ने उन्हें शुभकामनाएं
दीं. मुख्य
अतिथि डॉ.
ऋषभ देव
शर्मा, विशिष्ट
अतिथिगण डॉ.
एम. वेंकटेश्वर
और डॉ.
अहिल्या मिश्र
ने सम्मानित
लेखिका को
शॉल, स्मृति-चिह्न और
लेखन सामग्री
भेंट की.
जी. संगीता,
राधाकृष्ण मिरियाला, गुरु दयाल अग्रवाल,
ज्योति नारायण
और डॉ.
बी.बालाजी
ने भी
मान-चिह्न
प्रदान किए। डॉ. नीरजा
ने ‘साहित्य
मंथन’ के
प्रति कृतज्ञता
प्रकट की.
राधाकृष्ण मिरियाला
(कार्यक्रम संयोजक, ‘साहित्य
मंथन’)प्रवक्ता, हिंदी प्रचारक
प्रशिक्षण महाविद्यालय,
दक्षिण भारत हिंदी
प्रचार सभा,
खैरताबाद,हैदराबाद – 500004
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