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कथक कार्यशालाएं संपन्न ,अब सोमवार से संतूर कार्यशालाएं लगेगी

प्रेस विज्ञप्ति

कथक कार्यशालाएं संपन्न ,अब सोमवार से संतूर कार्यशालाएं लगेगी 

स्पिक मैके ,बेंक ऑफ़ बड़ोदा और जुबिलंट भरतीया फाउन्डेशन द्वारा चित्तौड़ और आसपास के कस्बों में इन दिनों आयोजित की जा रही रही विरासत में शनिवार सुबह नौ बजे पहला आयोजन उमावि नारेला में कथक नृत्य का हुआ। जिसका संचालन प्रधानाध्यापक प्रमोदकुमार दशोरा  ने किया। समन्वयक जे.पी.भटनागर के अनुसार राजकीय विद्यालय के विद्यार्थियों और प्रबंधन की तरफ से अपूर्व उत्साह और सहयोग देखने को मिला है। दूसरे कार्यक्रम के बारे में भटनागर ने बताया कि उमावि सिंहपुर की बालिकाओं ने बहुत मन से कथक देखा,सीखा और उसका अभ्यास किया। 

कथक नृत्यांगना मउमाला  नायक ने प्रस्तुति के दौरान कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस तरह से किसी शास्त्रीय नृत्य शैली के आयोजन अचरज भरे ही अनुभव किये गए हैं। असल में विद्यार्थी बहुत कुछ सीखना चाहते हैं। उन्हें अवसर उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी हमारे समाज की बनती है। वैसे भी ये परम्परा बहुत प्राचीन होने से ही अलग महत्व की बन जाती है। आधुनिक दौर में इसे पर्याप्त रूप से प्रचार-प्रसार और संरक्षण की ज़रूरत भी है। भामाशाहों को आगे आकर हमारी इस साझी विरासत को आगे बढ़ाना चाहिए।

सिंहपुर में हुए आयोजन में नायक ने कथक के दरबारी और मंदिर काल के हालात की जानकारी देते हुए इसके आज तक के सफ़र पर विस्तार से ज्ञान बांटा। आरम्भ में भूमि वान्दना,गुरु वंदना और राम भजन से प्रस्तुति शुरू कर बालिकाओं को मुद्राओं,मात्राओं,चक्कर,तत्कार,दुगुन,चौगुन का अभ्यास दिया। घंटे भर में ही दर्शक बालिकाएं कथकमय हो गयी। कम संसाधन के बीच हुए इस आयोजन को भी पूरी मेहनत से करते हुए नायक ने आखिर में कालिका मर्दन जैसी लोकप्रिय कहानी का मंचन किया। बच्चों की मांग पर माखन चौरी जैसी दृश्य पर भी भाव की प्रस्तुति दी।इस अवसर पर जुबिलंट भरतीया फाउन्डेशन के कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार सिन्हा,मोहम्मद अनीस,जिला कोषाधिकारी हरीश लड्ढा मौजूद, नाथद्वारा स्कंध समन्वयक डॉ. रचना तेलंग  थे। कार्यक्रम में स्वागत और आभार प्रधानाध्यापिका श्रीमती मायारानी राठौड़ ने व्यक्त किया।

राजस्थानी लोक संगीत और कथक कार्यशालाओं की सफलता के बाद अब सोमवार से अगले शनिवार तक नगर में संतूर वादन की कार्यशालाएं करवाई जायेगी।देश की जानी मानी संतूर वादक डॉ. वर्षा अग्रवाल चित्तौड़ में अपनी बारह प्रस्तुतियां देगी। डॉ. वर्षा सूफियाना घराने से जुडी हैं। इनके गुरु पंडित भजन सोपोरी हैं। इनके साथ तबला वादक पंडित ललित महंत शिरकत करेंगे। अध्यापक बसन्ती लाल पंचोली और रामलक्ष्मण त्रिपाठी के अनुसार शुरुआती आयोजन सोमवार को सुबह दस बजे उप्रावि डेट और साढ़े ग्यारह बजे बालिका उप्रावि  पुठोली में होंगे।

डॉ.ए.एल.जैन
अध्यक्ष 

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