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८वाँ ‘‘समाज रत्न’’ सम्मान समारोह


नई दिल्ली
अंग्रेजो भारत छोड़ो दिवस एवं भारतीय धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में विश्व मित्रा परिवार द्वारा नई दिल्ली में ८वाँ ‘‘समाज रत्न’’ सम्मान समारोह सफलता पूर्वक आयोजित किया गया। इस समारोह में १५ राज्यों के समाज रत्नों सम्मानित किया गया। इस अवसर पर श्री ओम प्रकाश चौटाला, पूर्व मुख्यमंत्री, हरियाणा, अली अनवर, सांसद, जे.वी.जी. कृष्णमूर्ति, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त, राजा अभिमन्यु सिंह और श्रीमती मीरा अग्रवाल, मेयर, दिल्ली एवं लक्ष्मी नारायण मोदी ने समाज रत्नों को सम्मानित किया।

विश्व मित्रा परिवार के अन्तर्राष्ट्रीय संस्थापक अध्यक्ष श्री भू त्यागी भारतीय ने बताया कि इस कार्यक्रम में हम विश्व भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं से नामांकन मँगाते है। पफर निर्णायक मण्डल द्वारा उन्हें चुनकर सम्मानित करते है। यह चयन प्रक्रिया थोडी जटिल अवश्य लगती है लेकिन एकदम सरल एवं निष्पक्ष है। संस्था अब तक समाज को समर्पित राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लगभग १५३ प्रतिष्ठित लोगों, समाजसेवियों को समाज रत्न/ महिला रत्न/कृषि रत्न/गणित रत्न/मीडिया रत्न आदि अलंकारों से सम्मानित/अलंकृत कर चुकी है। संस्था का उद्देश्य भारत सहित विश्व की समस्त मानव कल्याणकारी विद्याओं, विश्वस्तरीय प्रतिभाओं का संचयन, संकलन, संग्रह, संवर्धन करना एवं उन विद्या विशेषज्ञों का सम्मान करना है। उनका चहुमुखी विकास करना एवं बारूद के ढेर पर बैठे विश्व की रक्षा करके मानवीय मूल्यों पर आधरित समान अधिकार वाली समता मूलक शान्तिप्रिय विश्व व्यवस्था स्थापित करना है।

विगत १६ वर्षों से समाज सेवा एवं भारतीय सांकृतिक धरोहर के संरक्षण में लगी सामाजिक संस्था विश्व मित्रा परिवार द्वारा प्रतिवर्ष की भाँति इस बार भी ‘‘समाज रत्न’’ सम्मान समारोह का भव्य आयोजन को श्रीराम सेन्टर, मण्डी हाउफस, नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ। विश्व मित्रा परिवार ने विभिन्न विषयों पर राष्ट्रहित, समाज हित में सत्यनिष्ठा, कर्त्तव्य बोध् से कार्य करने वाले व्यक्तियों का, भारत के सभी विभागों के सर्वश्रेष्ठ अधिकारियों, कर्मचारियों का नामांकन देश के कोने-कोने से सर्वजन से, विभाग/मंत्रालय द्वारा आमंत्रित किये थे। इस बार देश भर से लगभग ७१७ नामांकन प्राप्त हुए। आयोजको का मानना है कि समाज में लीक से हटकर कुछ अतिरिक्त कार्य करने वाले, व्यक्तित्व होते है, जो अपना निर्धारित कार्य तो करते ही है उसके अलावा भी अन्य जनकल्याण, समाजसेवा के कार्य भी करते रहते है। ऐसे सामाजिक लोग भारत के कोने-कोने में है। उन्हे विशेष सम्मान मिलना ही चाहिए।

कार्यक्रम के पहले चरण में ‘‘विश्व के नवनिर्माण में मानवीय मूल्यों की आवश्यकता’’ विषय पर एक अन्तराष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। तदुपरान्त निर्णायक मंडल द्वारा चयनित समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए कर्मठ, संर्घषरत समाज रत्नों को सम्मानित भी किया गया।

जिनमें-श्री सुधांशु सुमन, झारखंड को आदिवासी एवं नक्सल क्षेत्रों में पत्राकारिता द्वारा सेवा हेतु द्रोणाचार्य समाज रत्न, श्री ईश्वर सिंह कुण्डु, कैथल, हरियाण को कृषि शोध् एवं किसान सेवा में समाज रत्न, नमिता राकेश, दिल्ली को प्रशासनिक सेवा के साथ साहित्य सेवा में समाज रत्न, प्रो. नित्यानन्द पाण्डेय, असम को शिक्षा-प्रशिक्षण में समाज रत्न, डॉ. बीना बुदकी, कश्मीर को समाजसेवा में समाज रत्न, हरेन्द्र सिंह, दिल्ली को खेल में समाज रत्न, गणेश गन्झू, झारखंड को आदिवासी एवं नक्सल क्षेत्रों में सेवा कार्य हेतु विरसा मुण्डा समाज रत्न सम्मान, निभारंजन सुमन, झारखंड को समाजसेवा हेतु समाज रत्न , वेणुघर रौतिया को प्रशासनिक सेवा के साथ समाज सेवा हेतु समाज रत्न, छत्तीसगढ़, डॉ. कृष्ण मित्तल को समाज सेवा हेतु समाज रत्न, मैसूर, कर्नाटक, डा. नेमीचन्द भिकचंद छाजेड, मुम्बई, महाराष्ट्र को समाज सेवा में समाज रत्न, अरुण त्यागी, मोदीनगर, उत्तर प्रदेश को स्वास्थ सेवा एवं पुस्तक लेखन हेतु समाज रत्न, श्री मनोहर बाथम, मेघालय, मणिपुर, पूर्वोत्तर प्रान्त, भारत को समाजसेवा के क्षेत्र में समाज रत्न, डा. महेश भार्गव, आगरा, उ. प्र. को समाज सेवा हेतु समाज रत्न, संगीता जोशी, ग्वालियर, मध्य प्रदेश को समाज सेवा के क्षेत्रा में समाज रत्न, डॉ. हरि राम भारती, जौनपुर, उत्तर प्रदेश को समाज सेवा हेतु समाज रत्न, रंगा सेठ, पूणे, महाराष्ट्र को समाज सेवा हेतु समाज रत्न, विनोद चन्द्र भट्ट, जामनगर, गुजरात को समाज सेवा के क्षेत्रा में समाज रत्न, अरुण तिवारी, दिल्ली, भारत को पफैशन एवं भारतीय हस्तशिल्प के क्षेत्र में समाज रत्न को सम्मानित किया।

विश्व मित्रा परिवार द्वारा विभिन्न क्षेत्रो में जीवन पर्यन्त समाज सेवा करने के आलोक में भी पाँच महानुभवों को सम्मानित किया गया। डा. मदन मोहन बजाज को अहिंसा, जीवदया एवं शिक्षा हेतु मानव रत्न, श्री रमेश गुप्ता बहुभाषी साहित्य, लेखन एवं पत्राकारिता के आलोक में मानव रत्न, डॉ सुधन्शु चतुर्वेदी बहुभाषी साहित्य के आलोक में समाज रत्न, श्री वी एन पाण्डे जी, स्वतन्त्रत सैनानी राष्ट्रसेवा हेतु समाज रत्न, सुन्दरम समाजसेवा के आलोक में समाज रत्न से सम्मानित किया गया।

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