‘सरोकारों के
आईने में
स्त्री’
21 अप्रैल 2012 सायं
5 से 8.30 तक
हिंदी भवन (बेसमेंट),में
‘अंजना: एक विचार मंच’
की ओर
से
स्त्री-विमर्श पर
एक महत्वपूर्ण
सभा का
आयोजन रखा
गया है.
सुविख्यात साहित्यकार रमणिका
गुप्ता इस
की अध्यक्षता
करेंगी.
साथ ही
मैत्रेयी पुष्पा, डॉ.
कमल कुमार
व गीताश्री
के वक्तव्य
- आज की नारी की महत्वाकांक्षाएं क्या है?
- पुरुष से वह कैसा समीकरण रखना चाहती है?
- नए समीकरणों में परिवार का प्रारूप क्या है?
- क्या स्वतंत्र नारी भय उत्पन्न करती है या समाज निर्माण में सशक्त योगदान देती है?
इन तमाम
सवालों पर
उक्त विदुषियों
के विचार
सुनने के
लिये
आप सभी सादर
आमंत्रित हैं.
(कार्यक्रम के अंत में
उपस्थित श्रोतागण
के प्रश्नोत्तर
भी होंगे).
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